39.4 C
Jaipur
Saturday, June 14, 2025

चीन दुर्लभ धातुओं के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने को भारत से बातचीत आगे बढ़ाने के लिए तैयार

Newsचीन दुर्लभ धातुओं के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने को भारत से बातचीत आगे बढ़ाने के लिए तैयार

बीजिंग, 12 जून (भाषा) चीन ने दुर्लभ खनिजों के निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर भारत के साथ बातचीत का बृहस्पतिवार को संकेत देते हुए कहा कि वह औद्योगिक आपूर्ति शृंखला को स्थिर रखने के लिए संबंधित देशों के साथ बातचीत और सहयोग बढ़ाने को तैयार है।

चीन ने प्रमुख दुर्लभ खनिजों के निर्यात पर हाल में प्रतिबंध लगा दिए हैं। इस वजह से भारत सहित कई देशों में वाहन एवं सेमीकंडक्टर चिप के निर्माण में व्यापक व्यवधान उत्पन्न हुआ है।

चीनी विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, ‘‘हम वैश्विक औद्योगिक और आपूर्ति शृंखलाओं की स्थिरता को संयुक्त रूप से बनाए रखने के लिए संबंधित देशों और क्षेत्रों के साथ बातचीत और सहयोग बढ़ाने को तैयार हैं।’’

जियान ने ‘पीटीआई’ के एक सवाल का जवाब देते हुए यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि क्या चीन भारत को दुर्लभ पृथ्वी धातुओं के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने को तैयार है, क्योंकि उसने अमेरिका और यूरोपीय संघ को निर्यात लाइसेंस जारी करना शुरू कर दिया है।

हालांकि, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस संबंध में विशिष्ट जानकारी के लिए संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया जाना चाहिए।

विदेश मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार रावत ने चीनी उप मंत्री सन वेइदोंग से मुलाकात की और द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की। इस दौरान रावत ने अन्य बातों के अलावा “साझा चिंताओं” पर भी चर्चा की।

चीन के पास दुर्लभ पृथ्वी खनिजों का एकाधिकार है लिहाजा निर्यात पर पाबंदी लगाने से वाहन एवं अन्य उद्योगों में दुर्लभ धातुओं की कमी हो गई है। इसे लेकर उद्योग जगत ने चिंताएं जताई हैं।

इस बीच, नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह व्यापार के लिए आपूर्ति शृंखला को लेकर अंतरराष्ट्रीय चलन के अनुरूप स्थिरता एवं विश्वसनीयता लाने के लिए चीनी पक्ष के संपर्क में है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बृहस्पतिवार को एक प्रश्न के उत्तर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चीनी पक्ष के संपर्क में हैं। चीनी वाणिज्य मंत्रालय और सीमा शुल्क के सामान्य प्रशासन ने अप्रैल की शुरुआत में पृथ्वी से संबंधित कुछ दुर्लभ वस्तुओं पर निर्यात नियंत्रण लागू करने के निर्णय की घोषणा की थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम व्यापार के लिए आपूर्ति शृंखला में अंतरराष्ट्रीय चलन के अनुरूप विश्वसनीयता एवं स्थिरता लाने के लिए, दिल्ली और बीजिंग दोनों में चीनी पक्ष के संपर्क में हैं।’’

भाषा

सिम्मी पारुल

पारुल

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles