श्रीनगर, 13 जून (भाषा) जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि ईरान पर इजराइल का हमला ‘‘पूरी तरह अनुचित’’ है, क्योंकि इस्लामी गणराज्य ने यहूदी राष्ट्र को उसके खिलाफ युद्ध छेड़ने का कोई कारण नहीं दिया था।
अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जहां तक मुझे पता है, ईरान ने इजराइल को तेहरान पर हमला करने का कोई कारण नहीं दिया था। इजराइल ने इसे एहतियातन हमला बताते हुए अपनी इच्छा से ईरान के खिलाफ युद्ध छेड़ा है।’’
अब्दुल्ला ने कहा कि यदि विश्व शक्तियां इजराइल की आक्रामकता पर चुप रहती हैं, तो यह ‘‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण’’ होगा।
इजराइल ने शुक्रवार की सुबह ईरान की राजधानी तेहरान पर हमला किया, जिसमें देश के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाया गया और पश्चिम एशिया के दो धुर विरोधियों के बीच एक पूर्ण युद्ध की आशंका को बढ़ा दिया।
ऐसा प्रतीत होता है कि 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के बाद ईरान पर यह सबसे बड़ा हमला है।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘आज, इजराइल ने वही किया जो रूस ने यूक्रेन के साथ किया था। आप रूस के खिलाफ आवाज उठाते हैं, और रूस के खिलाफ आंदोलन शुरू हो जाता है, लेकिन जब इजराइल, ईरान पर हमला करता है तो विश्व शक्तियां – चाहे वह अमेरिका हो, यूरोप हो या कोई अन्य देश – चुप हो जाती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर रूस जैसे किसी देश द्वारा दूसरे पर किया गया हमला गलत है, तो इजराइल द्वारा ईरान पर किया गया हमला भी पूरी तरह से अनुचित है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे क्षेत्र में स्थिति और खराब हो जाएगी और इसका दुनिया पर तत्काल प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इसका हमारे ईंधन की कीमतों, हमारे शेयर बाजार और पश्चिम की ओर जाने वाली उड़ानों पर असर पड़ेगा। लेकिन, इससे भी अधिक इसका लोगों की भावनाओं पर असर पड़ेगा।’’
मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्रालय से ईरान में कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी अनुरोध किया।
अहमदाबाद में बृहस्पतिवार को हुए विमान हादसे पर अब्दुल्ला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और उन्होंने उन सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया, जिनमें चालक दल के सदस्य भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि घटना के पीछे के कारणों का जल्द ही पता चल जाएगा। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।’’
भाषा सुभाष नरेश
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