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संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में दीर्घकालिक सहयोग को मजबूत करेंगे मध्यप्रदेश और फ्रांस

Newsसंस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में दीर्घकालिक सहयोग को मजबूत करेंगे मध्यप्रदेश और फ्रांस

भोपाल, 13 जून (भाषा) संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में दीर्घकालिक सहयोग को मजबूत करने के लिए शुक्रवार को मध्यप्रदेश, फ्रांस और एक फ्रांसीसी भाषा संस्थान के बीच त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

एक अधिकारी ने कहा कि इससे मध्यप्रदेश, भारत और फ्रांस के बीच सांस्कृतिक तथा पर्यटन सहयोग का एक नया केंद्र बन जाएगा।

मुख्यमंत्री मोहन यादव और भारत में फ्रांस के राजदूत डॉ. थिएरी मथौ ने इस समझौते की सराहना करते हुए कहा कि इससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी।

अधिकारी ने बताया कि भोपाल में मुख्यमंत्री मोहन यादव के निवास ‘समत्व’ पर उनकी मौजूदगी में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इसका उद्देश्य संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में फ्रांस तथा मध्यप्रदेश के बीच दीर्घकालिक सहयोग को मजबूत करना है।

त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर फ्रांसीसी राजदूत मथौ, मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव (पर्यटन एवं संस्कृति) शिव शेखर शुक्ला और एलायंस फ्रैंकेइस डी भोपाल के अध्यक्ष अखिलेश वर्मा ने हस्ताक्षर किए।

वर्ष 1983 में भोपाल में स्थापित भाषा संस्थान को फ्रांसीसी दूतावास से सहायता प्राप्त है और अब राज्य की राजधानी में प्रति वर्ष 2,000 से अधिक छात्र इसकी कक्षाओं में पढ़ते हैं।

यह समझौता तीन वर्षों के लिए वैध होगा और आपसी सहमति से इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।

इस अवसर पर यादव ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच संबंध हमेशा अच्छे रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ये और मजबूत हुए हैं, जिन्होंने 2014 में पदभार संभालने के बाद से कई बार इस यूरोपीय देश का दौरा किया है।

मध्यप्रदेश सांस्कृतिक संबंधों के साथ-साथ फ्रांस के साथ व्यापारिक संबंधों के लिए भी तैयार है। अधिकारी ने बताया कि अगले महीने मुख्यमंत्री के फ्रांस जाने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास, उद्यमिता और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने में भारत और फ्रांस के बीच आपसी सहयोग की संभावनाओं का पता लगाया जाएगा।

अधिकारी ने कहा, ‘यह समझौता ज्ञापन मध्यप्रदेश को न केवल भारत की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में, बल्कि एक प्रगतिशील, वैश्विक पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के हमारे दृष्टिकोण को साकार करता है। इससे राज्य के कलाकारों को अपनी कला दिखाने के लिए एक वैश्विक मंच मिलेगा और फ्रांस तथा यूरोप से आने वाले पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।’

इस साझेदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, फ्रांस के राजदूत मथौ ने कहा, ‘हम मध्यप्रदेश सरकार के साथ इस महत्वपूर्ण सहयोग को स्थापित करके बहुत खुश हैं। फ्रांस मुख्य रूप से पर्यटन, सुरक्षा, पर्यावरण और शिक्षा पर काम करता है।’

भाषा

दिमो, रवि कांत रवि कांत

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