मुंबई, 14 जून (भाषा) महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल ने शनिवार को कहा कि अगर महाराष्ट्र सरकार कृषि ऋण माफी और महिलाओं को 2100 रुपये प्रति माह देने के अपने वादों को पूरा नहीं कर सकती है तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए। सपकाल का इशारा लाडकी बहिन योजना के बारे में था।
सपकाल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बेमौसम बारिश और फसलों के लिए लाभकारी मूल्य नहीं मिलने के कारण किसानों को हो रही परेशानी के बावजूद महायुति सरकार कृषि ऋण माफी की घोषणा में देरी कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘जब यह सरकार कॉरपोरेट को हजारों करोड़ रुपये दे सकती है तो उसके पास किसानों के कर्ज माफ करने और महिलाओं को सहायता देने के लिए पैसे क्यों नहीं हैं। अगर आप हमारी प्यारी बहनों को कर्ज माफी और 2100 रुपये नहीं दे सकते, तो अपनी कुर्सी खाली कर दीजिए।’
उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर पुणे में एक कार्यक्रम में ऋण माफी का मुद्दा उठाने वाले किसानों को धमकाने का भी आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यदि राज्य का खजाना खाली पड़ा है तो सरकार को केंद्र से कोष मांगना चाहिए। कम से कम साहस तो दिखाइये। किसानों, महिलाओं एवं आम नागरिकों के धैर्य की परीक्षा मत लीजिए। उनका धैर्य जवाब दे रहा है तथा यह स्पष्ट तौर पर सरकार को भारी पड़ेगा।’’
भाषा
शुभम माधव
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