नयी दिल्ली, 14 जून (भाषा) कांग्रेस ने इजराइल और ईरान के बीच सैन्य संघर्ष पर मोदी सरकार के रुख को लेकर शनिवार को सवाल उठाए और कहा कि क्या भारत, “इजराइल के हमलों और लक्षित हत्याओं” की निंदा भी नहीं कर सकता।
पार्टी ने यह सवाल उस वक्त किया जब विदेश मंत्रालय ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के उस बयान से वस्तुतः खुद को अलग कर लिया जिसमें ईरान के खिलाफ इजराइली सैन्य कार्रवाई की निंदा की गई है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने विदेश मंत्रालय के बयान को साझा करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, ‘विदेश मंत्रालय के इस बयान का वास्तव में क्या मतलब है? ऐसा प्रतीत होता है कि इजराइल, ईरान पर हमला कर सकता है, लेकिन ईरान को संयम बरतना चाहिए और युद्ध की तरफ कदम नहीं बढ़ाना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘हम ईरान में इजराइल के हमलों और लक्षित हत्याओं की निंदा भी नहीं कर सकते?’
रमेश ने एक अन्य पोस्ट में दावा किया कि इजराइल ने एक नक्शा जारी किया है जिसमें जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान और पूर्वोत्तर को नेपाल का हिस्सा दिखाया गया है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके किसी मंत्री की तरफ से इसका प्रतिकार नहीं किया गया है।
भाषा हक माधव प्रशांत
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