कीव, 14 जून (एपी) यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि ईरान पर इजराइल के हमलों के बाद वैश्विक तेल कीमतों में तेज वृद्धि से रूस को लाभ होगा और यूक्रेन में युद्ध में उसकी सैन्य क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा।
जेलेंस्की ने कीव में पत्रकारों से कहा कि तेल की कीमतों में वृद्धि से युद्ध के मैदान में यूक्रेन की स्थिति कमजोर होने का खतरा है, खासकर इसलिए क्योंकि पश्चिमी सहयोगियों ने रूसी तेल निर्यात पर प्रभावी मूल्य सीमा लागू नहीं की है।
जेलेंस्की ने कहा, ‘‘हमलों के कारण तेल की कीमत में तेज वृद्धि हुई है, जो हमारे लिए नकारात्मक है। तेल निर्यात से होने वाली अधिक आय के कारण रूसी मजबूत हो रहे हैं।’’
पिछले 48 घंटे में इजराइल और ईरान के बीच हुए हमलों के बाद वैश्विक तेल की कीमतों में सात प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, जिससे यह चिंता बढ़ गई है कि इस क्षेत्र में आगे और तनाव बढ़ने से पश्चिम एशिया से तेल निर्यात बाधित हो सकता है।
जेलेंस्की ने कहा कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ आगामी बातचीत में इस मुद्दे को उठाने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं निकट भविष्य में अमेरिकी पक्ष के संपर्क में रहूंगा। मुझे लगता है कि (अमेरिकी) राष्ट्रपति के साथ हम इस मुद्दे को उठाएंगे।’’
जेलेंस्की ने यह भी चिंता व्यक्त की कि पश्चिम एशिया में नए सिरे से तनाव के दौरान अमेरिकी सैन्य सहायता यूक्रेन से हटकर इजराइल की ओर जा सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि इस वजह से यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता में कमी न आए। पिछली बार, यह एक ऐसा कारक था जिसकी वजह से यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता को धीमा कर दिया गया था।’’
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की सैन्य जरूरतों को अमेरिका ने इजराइल का समर्थन करने के लिए दरकिनार कर दिया है। उन्होंने ईरान द्वारा निर्मित शाहिद ड्रोन का मुकाबला करने के लिए डिजाइन की गई 20,000 इंटरसेप्टर मिसाइलों की खेप का हवाला दिया, जो यूक्रेन के लिए थीं, लेकिन उन्हें इजराइल भेज दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘और हमारे लिए यह एक झटका था। जब आप एक दिन में 300 से 400 ड्रोन का सामना करते हैं, तो उनमें से अधिकतर को मार गिराया जाता है या वे अपने रास्ते से भटक जाते हैं, लेकिन कुछ बच निकलते हैं। हम उन मिसाइलों पर निर्भर थे।’’
जेलेंस्की ने कहा कि इजराइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने यूक्रेन को वायु रक्षा प्रणाली बराक-8 देने का वादा किया था और इसे मरम्मत के लिए अमेरिका को भेजा गया था लेकिन उसे कभी यूक्रेन को नहीं दिया गया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, ‘‘यूरोप ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि अगर अमेरिका नहीं होता है तो क्या वह पूरी तरह से यूक्रेन के साथ रहेगा।’’
अन्य घटनाक्रम में, शनिवार को रूसी सरकारी मीडिया ने रूसी अधिकारियों के हवाले से बताया कि रूस ने इस्तांबुल में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों के बीच शांति वार्ता के दौरान हुए समझौते के तहत और सैनिकों के शव सौंपे।
अधिकारियों ने कहा कि यूक्रेन ने शनिवार को रूस को कोई शव नहीं सौंपा। युद्धबंदियों के उपचार के लिए यूक्रेन के समन्वय मुख्यालय ने एक बयान में पुष्टि की कि रूस ने 1,200 शव सौंपे हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को दावा किया कि उसके सैनिकों ने दोनेत्स्क क्षेत्र के एक और गांव जेलेनी कुत पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेनी सेना ने रूसी दावे पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की।
यूक्रेनी वायु सेना के अनुसार, रूस ने शनिवार को रात भर में यूक्रेन में 58 ड्रोन प्रक्षेपित किए जिनमें से 23 ड्रोन को नष्ट कर दिया, जबकि अन्य 20 को जाम कर दिया गया।
यूक्रेन के महाभियोजक कार्यालय ने बताया कि शनिवार को खेरसॉन क्षेत्र में एक रूसी ड्रोन द्वारा विस्फोटक गिराए जाने से 45 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने रात भर में 66 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया।
एपी सिम्मी रंजन
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