अहमदाबाद, 14 जून (भाषा) गुजरात के मंत्री हर्ष संघवी ने शनिवार को बताया कि अहमदाबाद सिविल अस्पताल के प्राधिकारियों ने 12 जून को हुई एअर इंडिया विमान दुर्घटना के मृतकों में से 19 लोगों के शवों की डीएनए जांच के जरिए पहचान कर ली है।
चूंकि कई शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं या क्षत-विक्षत हो चुके हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल है, इसलिए अधिकारी बृहस्पतिवार को हुई त्रासदी में मारे गए शवों की पहचान करने के लिए डीएनए जांच कर रहे हैं।
गुजरात के गृह राज्य मंत्री सांघवी ने शनिवार देर शाम ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘रात नौ बजे तक की ताजा जानकारी- अब तक 19 डीएनए नमूनों का मिलान हो चुका है और शवों की पहचान की पुष्टि हो गई है। राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) इकाई की टीम एवं राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) की टीम और अधिक डीएनए नमूनों का मिलान करने के लिए रात भर काम कर रही है।’’
इससे पहले, सरकारी बी जे मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. रजनीश पटेल ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि एक शव शनिवार को उसके परिवार को सौंप दिया गया, जबकि अन्य दो शव दिन के अंत तक सौंपने की बात कही थी।
उन्होंने कहा कि डीएनए मिलान होते ही सिविल अस्पताल परिवारों से संपर्क करेगा और उन्हें अस्पताल आने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।
अधिकारियों ने पहले कहा था कि जिन आठ शवों की पहचान उनके रिश्तेदारों ने कर ली थी और जिनके डीएनए की जांच की जरूरत नहीं है, वे पहले ही उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं।
गुजरात के राहत आयुक्त एवं राजस्व सचिव आलोक पांडे ने बताया कि हादसे में मारे गए राज्य के लोग गुजरात के 18 जिलों के थे।
उन्होंने बताया कि परिवारों से समन्वय के लिए 230 टीम बनाई गई हैं और इस त्रासदी में मारे गए 11 विदेशी नागरिकों के परिजन से भी संपर्क किया गया है।
लंदन जाने वाली उड़ान में सवार 242 लोगों में से 241 लोग मारे गए हैं। एक यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया।
चिकित्सकों ने शनिवार को बताया कि विमान दुर्घटना स्थल से अब तक करीब 270 शव अस्पताल लाए जा चुके हैं।
डॉ. पटेल ने कहा कि लंदन जा रही एअर इंडिया की दुर्घटनाग्रस्त हुई उड़ान में सवार 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से एकमात्र जीवित बचे विश्वास कुमार रमेश की हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर हैं।
उन्होंने बताया कि अधिकतर घायलों को छुट्टी दे दी गई है तथा ‘‘एक या दो’’ की हालत गंभीर बनी हुई है।
अहमदाबाद से लंदन जा रहा एअर इंडिया का विमान बृहस्पतिवार दोपहर सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद बी जे मेडिकल कॉलेज छात्रावास परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
पटेल ने मीडियाकर्मियों से कहा कि डीएनए मिलान की प्रक्रिया सावधानीपूर्वक की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसके कानूनी और चिकित्सा संबंधी निहितार्थ हैं, इसलिए इसमें कोई जल्दबाजी नहीं की जा सकती।
डीएनए मिलान प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने शनिवार को राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गुजरात के फॉरेंसिक विशेषज्ञों के अलावा, केंद्र द्वारा भेजे गए कई विशेषज्ञ डीएनए नमूनों के मिलान के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। जैसे ही नतीजे आते हैं, हम उन्हें सिविल अस्पताल भेज देते हैं, ताकि शव परिवारों को सौंपे जा सकें।’’
पोस्टमॉर्टम कक्ष संबंधी मामलों को संभाल रहे पुलिस निरीक्षक चिराग गोसाई ने कहा, ‘‘शुक्रवार तक लगभग 220 मृतकों के रिश्तेदारों ने अपने नमूने देने के लिए पुलिस से संपर्क किया।’’
उन्होंने बताया कि नमूनों को बी जे मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
भाषा सिम्मी रंजन
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