33.2 C
Jaipur
Monday, June 16, 2025

उत्तर प्रदेश में छात्र प्रतियोगिता से पहले रॉकेट प्रक्षेपण प्रणालियों का परीक्षण

Newsउत्तर प्रदेश में छात्र प्रतियोगिता से पहले रॉकेट प्रक्षेपण प्रणालियों का परीक्षण

कुशीनगर, 15 जून (भाषा) मॉडल रॉकेटरी में इस वर्ष अक्टूबर में आयोजित होने वाली एक छात्र प्रतियोगिता की तैयारियों के तहत यहां रॉकेट प्रक्षेपण प्रणालियों का सफल परीक्षण किया गया।

प्रक्षेपण परीक्षण शनिवार और रविवार को भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (आईएन-स्पेसई) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा किए गए।

मॉडल रॉकेट लांचर को थ्रस्ट टेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आईएन-स्पेसई और इसरो के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। इसका उपयोग कुशीनगर में आयोजित होने वाले आगामी ‘आईएन-स्पेसई कैनसैट एंड मॉडल रॉकेट्री इंडिया स्टूडेंट कॉम्पीटीशन 2024-25′ के लिए किया जाएगा।

इस प्रतियोगिता का उद्देश्य पूरे भारत में स्नातक छात्रों को मॉडल रॉकेटरी और उपग्रह प्रणालियों में व्यावहारिक शिक्षण अनुभव प्रदान करना है।

आईएन-स्पेसई के एक बयान में कहा गया है, ‘‘इन परीक्षण प्रक्षेपणों का उद्देश्य प्रक्षेपण स्थल की उपयुक्तता और अन्य आवश्यकताओं का परीक्षण करना था। यह इस वर्ष के अंत में (अक्टूबर-नवंबर 2025) आयोजित होने वाली छात्र प्रतियोगिता के लिए तैयारी चरण का हिस्सा है, जिसमें छात्रों द्वारा निर्मित मॉडल और कैनसैट प्रक्षेपित किये जाएंगे।’’

कैनसैट छोटे उपग्रह होते हैं जो एक शीतल पेय के डिब्बे में समा जाते हैं और इनका उपयोग छात्रों को वास्तविक अंतरिक्ष परियोजनाओं के विकास का प्रत्यक्ष अनुभव देने के लिए किया जाता है।

छात्रों द्वारा विकसित कैनसैट पेलोड को एक रॉकेट द्वारा कुछ सौ मीटर की ऊंचाई पर प्रक्षेपित किया जाता है, तथा पैराशूट के माध्यम से नीचे लाया जाता है।

परीक्षण स्थल पर मौजूद इसरो के वैज्ञानिक अभिषेक सिंह ने कहा, ‘‘रॉकेट को शाम पांच बजकर 14 मिनट 33 सेकंड पर प्रक्षेपित किया गया, जो 1.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक गया। इसके बाद एक छोटा उपग्रह (पेलोड) बाहर आया। जैसे ही यह पांच मीटर नीचे आया, इसका पैराशूट सक्रिय हो गया और उपग्रह जमीन पर 400 मीटर की दूरी पर उतर गया।’’

इन-स्पेसई के संवर्धन निदेशालय निदेशक विनोद कुमार ने कहा, ‘‘यह कार्यक्रम पूरे क्षेत्र और पूरे देश के बच्चों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि पैदा करने के लिए आयोजित किया जा रहा है।’’

भाषा अमित नरेश

नरेश

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles