चंडीगढ़, 15 जून (भाषा) भारतीय सेना ने रविवार को 17वीं जाट रेजिमेंट के बहादुर सैनिक लांस नायक कृष्ण कुमार को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
‘घर-घर शौर्य सम्मान’ पहल के तहत, सेना ने कुमार के परिवार को हरियाणा के सिरसा जिले के तरकांवाली गांव में उनके निवास पर सम्मान पत्र और स्मृति चिह्न भेंट किया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि हवलदार कमलेश बिश्रोई और सिपाही सुनील सहित सेना के प्रतिनिधियों की एक टीम ने शहीद की पत्नी संतोष देवी, बेटों मनोज और मुकेश तथा भाई बलजीत सहित उनके परिवार से मुलाकात की।
कुमार के परिवार को 26 जुलाई, 2025 को मनाए जाने वाले 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह के मद्देनजर भारतीय सेना की पहल के बारे में जानकारी दी गई।
लांस नायक कृष्ण कुमार ने 30 मई, 1999 को 20 वर्ष की आयु में कारगिल में दुश्मन सेना से लड़ते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। बयान में कहा गया है कि उनकी बहादुरी और निस्वार्थ सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा और राष्ट्र उनका ऋणी रहेगा।
‘घर-घर शौर्य सम्मान योजना’ के तहत सेना शहीदों के परिवारों को उनके घर जाकर सम्मान पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित कर रही है। इस पहल का उद्देश्य परिवारों से संवाद स्थापित करना, उनकी समस्याओं को समझना और उनका समाधान करना है।
बयान में कहा गया है कि भारतीय सेना का यह कदम उसके बहादुर सैनिकों के बलिदान का सम्मान करने और उनके परिवारों को समर्थन देने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कारगिल की बर्फीली चोटियों पर लगभग तीन महीने तक चली लड़ाई के बाद 26 जुलाई, 1999 को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ के सफल समापन की घोषणा की थी।
भाषा आशीष दिलीप
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