भुवनेश्वर, 15 जून (भाषा) ओडिशा सरकार इस साल पुरी में होने वाली रथ यात्रा के दौरान रथों पर चढ़ने वाले किसी भी गैर-सेवक के खिलाफ गिरफ्तारी सहित सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी। राज्य के विधि मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को यह जानकारी दी।
मंत्री ने यह भी कहा कि रथों पर मोबाइल फोन के प्रयोग पर प्रतिबंध रहेगा।
पत्रकारों से बातचीत में हरिचंदन ने कहा, ‘‘किसी भी गैर-सेवक को रथों पर चढ़ने की अनुमति नहीं होगी। अगर ऐसा कोई व्यक्ति रथ पर पाया जाता है, तो गिरफ्तारी सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, सेवकों को रथों पर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी।’’
देवताओं की ‘पहंडी बिजे’ (औपचारिक शोभायात्रा) के दौरान अनुष्ठानों को समय पर पूरा करने और अनुशासन बनाए रखने के लिए सरकार ने रथ यात्रा के दिन (27 जून) अनुष्ठान करने के लिए नामित सेवकों की एक सूची मांगी है।
मंत्री ने कहा, ‘‘अंतिम सूची का सख्ती से पालन किया जाएगा।’’
इस बीच, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) योगेश बहादुर खुरानिया ने रथ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए यहां एक बैठक की।
डीजीपी ने कहा कि भुवनेश्वर के पास उत्तरा स्क्वायर को पुरी से जोड़ने वाली सड़क सीसीटीवी निगरानी में होगी और पुरी-कोणार्क रोड पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रयास जारी हैं।
भीड़ की आवाजाही और यातायात पर नजर रखने के लिए पहली बार पुरी टाउन थाने में एक एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘वास्तविक समय की निगरानी के लिए पुरी में प्रमुख स्थानों पर एआई (कृत्रिम मेधा) युक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों और आगंतुकों के मार्गदर्शन के लिए नियंत्रण कक्ष से यातायात सलाह जारी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के साथ-साथ रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और विशेष एजेंसियों को भी उत्सव के लिए पुरी में तैनात किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने संबंधित अधिकारियों से केंद्रीय बलों की तैनाती के लिए अनुरोध किया है।’’
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान पुरी में ड्रोन और ड्रोन रोधी प्रणाली भी तैनात की जाएगी।
मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने रविवार को पुरी का दौरा किया और रथों के निर्माण का जायजा लिया।
भाषा सुरभि नरेश
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