नयी दिल्ली, 15 जून (भाषा) कांग्रेस ने रविवार को पुणे की मावल तहसील में इंद्रायणी नदी पर बने पुल के ढहने से हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया और कहा कि जवाबदेही तय होना जरूरी है।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार दोपहर इंद्रायणी नदी पर एक पुराना लोहे का पुल ढह जाने से दो लोगों की मौत हो गई और 18 गंभीर रूप से घायल हो गए।
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि पुणे की मावल तहसील में पुल का गिरना एक हृदय विदारक त्रासदी है। खेड़ा ने कहा, ‘‘हम उन परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया और हमारी प्रार्थनाएं उन लोगों के साथ हैं जो घायल हैं या अब भी लापता हैं।’’
उन्होंने कहा कि हर एक जान जो इस टाली जा सकने वाली दुर्घटना में गई, लापरवाही की कीमत की पीड़ादायक याद दिलाती है। उन्होंने कहा कि जनसुरक्षा को कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए।
खेड़ा ने कहा, ‘‘इस गहरे शोक के क्षण में, हम राहत कार्यों में जुटी टीम के साहस और निस्वार्थ सेवा के लिए हृदय से आभार प्रकट करते हैं। शोक की इस घड़ी में जवाबदेही तय होना ज़रूरी है। लेकिन आज, हम सबसे पहले उन लोगों के साथ खड़े हैं जो अपनों के खोने के गहरे दुख में डूबे हैं, और उन सभी के साहस को नमन करते हैं जो अब भी तलाश कर रहे हैं, और अब भी उम्मीद से डटे हुए हैं।’’
तलेगांव दाभाडे थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना दोपहर साढ़े तीन बजे कुंदमाला क्षेत्र में हुई, जहां पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं।
उन्होंने बताया कि जब पुल ढहा, उस वक्त वहां पिकनिक मनाने आए कम से कम 100 लोग मौजूद थे।
जिला प्रशासन की ओर से जारी एक बयान में बताया गया, ‘‘इस दुर्घटना में अब तक 38 लोगों को बचाया गया है, जिनमें से 18 गंभीर रूप से घायल हैं और उनका तीन अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इलाज के दौरान दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग अभी भी ढहे पुल के नीचे फंसे हुए हैं।’’
भाषा आशीष नरेश
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