तेल अवीव, 16 जून (एपी) ईरान ने इजराइल के मध्य तथा उत्तरी क्षेत्र को निशाना बनाते हुए सोमवार को फिर सिलसिलेवार मिसाइल हमले किए जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
ईरान ने कहा कि उसने लगभग 100 मिसाइलें दागीं और उसने पिछले शुक्रवार को इजराइल द्वारा उसके परमाणु संवर्धन केंद्रों एवं सैन्य नेतृत्व पर किए गए आश्चर्यजनक हमले के खिलाफ आगे भी जवाबी हमले करने का संकल्प जताया।
दोनों देशों के बीच संघर्ष के चौथे दिन तेल अवीव में सुबह तेज धमाकों की आवाजें सुनाई दीं जो संभवत: इजराइल की रक्षा प्रणाली द्वारा ईरान के मिसाइल हमलों को नाकाम करने की थी।
मध्य इजराइल के शहर पेटाह टिकवा के अधिकारियों ने बताया कि ईरानी मिसाइलों ने एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया जिससे दीवारें जलकर खाक हो गईं, खिड़कियों के शीशे टूट गए और कई अपार्टमेंट को भारी नुकसान हुआ। बचाव दल घटनास्थलों पर मौजूद हैं, हालांकि हताहतों की संख्या के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है।
इजराइल की आपातकालीन सेवा ‘मैगन डेविड एडोम’ सेवा ने बताया कि मध्य इजराइल में चार जगहों पर मिसाइल हमलों में दो महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गई। इसके साथ ही इजराइल में मरने वालों की संख्या कम से कम 17 हो गई है।
‘मैगन डेविड एडोम’ ने बताया कि बचाए गए 74 अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनमें से 30 वर्षीय एक महिला की हालत गंभीर है। बचावकर्मी मिसाइल हमलों में तबाह हुए घरों के मलबे के नीचे फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रविवार को कहा कि अगर ईरान पर इजराइल के हमले रुकते हैं तो ‘‘हमारे जवाबी हमले भी रुक जाएंगे।’’
एक दिन पहले इजराइल की तरफ से किए गए हमलों में ईरान के तेल शोधन संयंत्रों और सरकारी इमारतों को निशाना बनाया गया जिसके बाद ईरान के ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ ने कड़ा रुख अपनाते हुए संकल्प लिया कि आगामी हमले ‘‘पिछले हमलों की तुलना में ज्यादा शक्तिशाली, गंभीर, सटीक और विनाशकारी होंगे।’’
ईरान ने रविवार को कहा कि इजराइल के हमले में ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के खुफिया प्रमुख की मौत हो गई।
शुक्रवार से अब तक ईरान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 224 हो गई है।
ईरान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 1,277 लोग घायल हैं, हालांकि उसने यह नहीं बताया कि इसमें आम नागरिक कितने हैं और सैन्य अधिकारी कितने हैं।
अपने स्तर पर हताहतों की रिपोर्ट तैयार करने वाले मानवाधिकार समूहों ने कहा कि ईरान सरकार ने मौतों के जो आंकड़े बताएं हैं वह वास्तविकता से काफी कम हैं।
एपी खारी मनीषा
मनीषा