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Monday, June 16, 2025

मजबूत संकेतों से शेयर बाजार में तेजी लौटी, सेंसेक्स 678 अंक उछला

Newsमजबूत संकेतों से शेयर बाजार में तेजी लौटी, सेंसेक्स 678 अंक उछला

(ग्राफिक्स के साथ)

मुंबई, 16 जून (भाषा) मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) एवं पेट्रोलियम शेयरों में खरीदारी और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आने से सोमवार को स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी लौट आई। मानक सूचकांक सेंसेक्स में करीब 678 अंक और निफ्टी में 228 अंक की बढ़त दर्ज की गई।

विश्लेषकों ने कहा कि ईरान और इजराइल के बीच सैन्य संघर्ष तेज होने के बावजूद स्थानीय बाजार में तेल एवं गैस और आईटी शेयरों को कम मूल्य पर खरीदने का रुझान देखा गया।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 677.55 अंक यानी 0.84 प्रतिशत उछलकर 81,796.15 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 747.22 अंक बढ़कर 81,865.82 अंक पर पहुंच गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी 227.90 अंक यानी 0.92 प्रतिशत चढ़कर 24,946.50 अंक पर बंद हुआ।

इसके साथ ही शेयर बाजारों में दो दिन के अंतराल के बाद तेजी लौट आई। ईरान-इजराइल संघर्ष छिड़ने से पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 1,396.54 अंक और निफ्टी 422.8 अंक गिर गया था।

सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), एशियन पेंट्स, टाटा स्टील और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।

दूसरी तरफ, टाटा मोटर्स, अदाणी पोर्ट्स और सन फार्मा के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।

जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘ईरान-इजराइल संघर्ष से भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के बावजूद भारतीय बाजार दिग्गज शेयरों के दम पर बढ़त लेने में सफल रहे। निवेशकों ने उतार-चढ़ाव भरे समय में दीर्घकालिक बुनियादी पहलुओं पर अपनी स्थिति बरकरार रखी। हालांकि निकट अवधि में इस तनाव का बाजार की धारणा पर असर पड़ने की आशंका है।’

मझोली कंपनियों से संबंधित बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.93 प्रतिशत की तेजी रही जबकि छोटी कंपनियों से जुड़ा स्मालकैप सूचकांक 0.38 प्रतिशत चढ़ गया।

तेजी के बीच सभी क्षेत्रवार सूचकांकों में तेजी देखी गई। सर्वाधिक 1.50 प्रतिशत की बढ़त आईटी खंड में दर्ज की गई जबकि प्रौद्योगिकी खंड में 1.35 प्रतिशत और तेल एवं गैस खंड में 1.22 प्रतिशत की तेजी रही।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए।

यूरोपीय बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.81 प्रतिशत गिरकर 73.63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

इस बीच, मई में थोक मुद्रास्फीति घटकर 0.39 प्रतिशत पर आ गई जो 14 महीने का सबसे निचला स्तर है। खाद्य पदार्थों और ईंधन की कीमतों में नरमी के कारण मई में थोक मुद्रास्फीति घटी है।

आशिका स्टॉक ब्रोकिंग में तकनीकी एवं डेरिवेटिव विश्लेषक सुंदर केवट ने कहा, ‘पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच वैश्विक अनिश्चितता बढ़ने के बावजूद भारतीय बाजारों ने जुझारूपन दिखाया।’

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,263.52 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी।

शुक्रवार को सेंसेक्स 573.38 अंक गिरकर 81,118.60 अंक और निफ्टी 169.60 अंक गिरकर 24,718.60 अंक पर बंद हुआ था।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण

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