नयी दिल्ली, 16 जून (भाषा) दिल्ली पुलिस ने कर्ज की फर्जी पेशकश से जुड़े एक साइबर धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़ किया है और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने कथित तौर पर एक वित्तीय कंपनी के अधिकारी बनकर एक व्यक्ति से लगभग दो लाख रुपये ठगे। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान पवन कुमार (36) और मोहम्मद रहबर (28) के रूप में हुई है। इन्हें मोहम्मद हसीब की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया। हसीब ने आरोप लगाया था कि 25 लाख रुपये का फर्जी ऋण देने की पेशकश कर जालसाजों ने उनसे प्रोसेसिंग और पॉलिसी शुल्क के नाम पर 1,92,599 रुपये ठग लिए।
बाहरी उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) हरेश्वर वी. स्वामी ने कहा, “शिकायतकर्ता द्वारा यह रिपोर्ट दिए जाने के बाद मामला दर्ज किया गया कि मांगी गई फीस ट्रांसफर करने के बावजूद, उन्हें न तो ऋण की रकम मिली और न ही रिफंड मिला।”
डीसीपी ने बताया कि आरोपियों ने खुद को एक वित्तीय कंपनी का प्रतिनिधि बताया और पीड़ितों को फर्जी ऋण प्रस्तावों का लालच दिया।
डीसीपी ने बताया कि तिलक नगर और सभापुर एक्सटेंशन में छापेमारी की गई तथा दोनों संदिग्धों को कानून की संबंधित धाराओं के तहत नोटिस जारी किया गया।
पुलिस ने बताया कि पवन को नौ जून को और मोहम्मद रहबर को 13 जून को गिरफ्तार किया गया।
भाषा
प्रशांत सुरेश
सुरेश