जिनेवा, 16 जून (एपी) संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने कहा कि गाजा में इजराइल का युद्ध फलस्तीनियों को ‘‘भयावह और असहनीय पीड़ा’’ दे रहा है तथा उन्होंने इसे समाप्त करने के लिए विश्व के नेताओं से इजराइल सरकार और चरमपंथी समूह हमास पर दबाव डालने की अपील की।
वोल्कर टर्क ने सोमवार को मानवाधिकार परिषद के मौजूदा सत्र के उद्घाटन के अवसर पर यह टिप्पणी की।
उन्होंने अपने व्यापक संबोधन में, ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते संघर्ष, अमेरिकी शुल्क (टैरिफ) के प्रभाव और चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड के साथ-साथ सूडान और यूक्रेन जैसे देशों में युद्ध एवं संघर्ष के बारे में भी चिंता जताई।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त ने गाजा में रक्तपात के बारे में नियमित रूप से बात की है और सशस्त्र फलस्तीनी चरमपंथियों द्वारा पकड़े गए इजराइली बंधकों की रिहाई का आह्वान किया है।
उन्होंने पश्चिम एशिया में हिंसा पर 47 सदस्यीय मानवाधिकार संगठन से कहा, ‘‘इजराइल के युद्ध के साधन और तरीके गाजा में फलस्तीनियों को भयानक, अमानवीय पीड़ा दे रहे हैं।’’
मानवाधिकार संगठन पर इजराइली अधिकारियों ने इजरायल विरोधी पूर्वाग्रह रखने का नियमित रूप से आरोप लगाया है।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने इजराइल के शीर्ष सहयोगी अमेरिका को परिषद की कार्यवाही से बाहर रखा है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के सैन्य अभियान में 55,300 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। मंत्रालय का कहना है कि मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं।
टर्क ने कहा, ‘‘तथ्य खुद ही बोलते हैं। गाजा में जो हो रहा है, उससे अवगत होने की जरूरत है। सभी प्रभावशाली लोगों को इस असहनीय पीड़ा को समाप्त करने के लिए इजराइल और हमास पर अधिकतम दबाव डालना चाहिए।’’
मानवाधिकार प्रमुख ने यूक्रेन में हताहत नागरिकों की संख्या में वृद्धि को रेखांकित किया। उन्होंने सूडान में निष्पक्ष सुनवाई के बिना फांसी और ‘‘बच्चों के व्यापक यौन शोषण’’ की भी निंदा की।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम लिए बिना, टर्क ने अप्रैल में लगाए गए अमेरिकी टैरिफ की तुलना ‘‘एक उच्च दांव वाले पोकर गेम से की, जिसमें वैश्विक अर्थव्यवस्था बैंक के रूप में है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन व्यापार युद्ध की लहरें कम विकसित देशों को सुनामी की ताकत से प्रभावित करेंगी।’’ उन्होंने एशिया में निर्यातकों पर संभावित ‘‘विनाशकारी’’ प्रभाव और भोजन, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा की उच्च लागत की संभावना को लेकर आगाह किया।
टर्क ने गैर-नागरिकों के अमेरिका से निर्वासित किये जाने को लेकर चिंता व्यक्त की।
परिषद का सत्र, जिसे संयुक्त राष्ट्र में वित्त पोषण के मुद्दों के कारण कुछ संक्षिप्त कर दिया गया है, 9 जुलाई तक चलने वाला है।
जिनेवा स्थित परिषद संयुक्त राष्ट्र का शीर्ष मानवाधिकार संगठन है।
एपी सुभाष रंजन
रंजन