पटना, 16 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार बिहार और उत्तर प्रदेश में मौजूद अति पिछड़े वर्ग के ‘नोनिया’ समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने पर विचार कर सकती है।
ग्रामीण विकास और कृषि मंत्रालय संभाल रहे चौहान स्वतंत्रता सेनानी ‘बुद्धू नोनिया’ की याद में आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे, जिन्हें अति पिछड़ा वर्ग में शामिल समुदाय एक आदर्श के रूप में देखता है।
चौहान ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के लिए ईश्वर का उपहार हैं। उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के नारे के साथ काम किया है, लेकिन खासकर पिछड़े वर्गों के संबंध में मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सहयोगियों, जैसे- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, के प्रयास बेमिसाल हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज जब हम बुद्धू नोनिया को याद कर रहे हैं, जो नमक कर का उल्लंघन करने के लिए उबलते पानी में फेंके जाने के बावजूद भारत माता की जय और वंदे मातरम बोलते रहे, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जातिगत गणना के साथ जनगणना की तारीखों की घोषणा कर दी है। मोदी और शाह, दोनों अभिनन्दन के पात्र हैं।’’
चौहान ने कहा कि नोनिया समाज को आश्वस्त रहना चाहिए कि जातिगत गणना के आंकड़े सामने आने के बाद समुदाय के लिए पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘अनुसूचित जनजाति के दर्जे की मांग भी उठाई गई है। अगर सर्वेक्षण में पाया जाता है कि समुदाय के 90 प्रतिशत से अधिक लोग गरीब हैं, तो केंद्र सरकार इस पर विचार करेगी।’’
भाषा संतोष सुरेश
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