(फाइल फोटो के साथ)
पालघर, 16 जून (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने सोमवार को पालघर में ‘प्रधानमंत्री धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य आदिवासी युवाओं को उभरते अवसरों के लिए तैयार करने के वास्ते कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) सहित आधुनिक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है।
एक समारोह में मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की और राज्य के 32 जिलों की जनजातीय आबादी को लक्षित करते हुए कई विकास योजनाओं की घोषणा की।
इस कार्यक्रम में उद्योग के लिये प्रासंगिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की योजना के तहत कई कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
उन्होंने कहा कि कुल 57 कंपनियों ने मिलकर कौशल प्रशिक्षण के लिए साझेदारी की है और इस प्रशिक्षण में खास ध्यान कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर दिया जा रहा है तथा यह पूरा कार्यक्रम सीमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग के साथ मिलकर चलाया जा रहा है।
फडणवीस ने कहा, “हम भविष्य के लिए तैयार होने जा रहे हैं। कुछ लोगों की मानसिकता यह है कि वे बिना प्रशिक्षण के रोजगार चाहते हैं। यह काम नहीं करेगा। हमने पहले दिन से ही एआई और अन्य महत्वपूर्ण कौशलों में प्रशिक्षण शुरू कर दिया है, क्योंकि नौकरियों के लिए इसकी आवश्यकता होगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रेन ऑपरेटर प्रशिक्षण भारत में अपनी तरह का पहला प्रशिक्षण है और यह जिले में विशाल वाढवण बंदरगाह के संबंध में शुरू किया जाएगा, ताकि इसके परिणामस्वरूप रोजगार में वृद्धि का प्राथमिक लाभार्थी यहां के निवासी बन सकें।
‘प्रधानमंत्री धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान’ को आजादी के बाद आदिवासियों के लिए सबसे बड़ा कार्यक्रम बताते हुए फडणवीस ने आदिवासी समुदाय के स्वतंत्रता सेनानियों को लंबे समय से प्रतीक्षित सम्मान दिलाने और उनकी विरासत को हर गांव तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की।
इस अवसर पर फडणवीस ने महाराष्ट्र बांस मिशन की भी शुरुआत की।
भाषा
नोमान दिलीप
दिलीप