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Monday, August 11, 2025

जम्मू कश्मीर से आतंकवाद का पूर्ण सफाया हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

Newsजम्मू कश्मीर से आतंकवाद का पूर्ण सफाया हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

जम्मू, 16 जून (भाषा) जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश से आतंकवाद का पूर्ण सफाया उनके प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सिन्हा ने साथ ही कहा कि उन्होंने आतंकवादियों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को पूरी छूट दे दी है।

उपराज्यपाल ने शेर-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी, उधमपुर में पुलिस उपाधीक्षकों (डीएसपी) के 17वें बैच के परिवीक्षाधीन और परिवीक्षाधीन उपनिरीक्षकों (पीएसआई) के 26वें बैच की पासिंग-आउट परेड में भाग लिया। उन्होंने पुलिस अकादमी के सभी प्रशिक्षकों और अधिकारियों तथा पास आउट हुए डीएसपी और पीएसआई के परिवार के सदस्यों को अपनी शुभकामनाएं दीं।

उन्होंने खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकवाद-रोधी अभियान संचालित करने और आतंकवादियों के नेटवर्क पर लक्षित हमले तेज करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को रसद और वित्तीय सहायता प्रदान करने वाले तत्वों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।

उन्होंने 49 पुलिस उपाधीक्षकों और 1,112 पुलिस उपनिरीक्षकों की पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों को शांति, विकास और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव तरीके से समाज की रक्षा करनी चाहिए।

उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर की धरती से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया करना हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। जम्मू कश्मीर पुलिस के हमारे वीर योद्धाओं को बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए तथा खुफिया जानकारी, सामुदायिक सहभागिता, प्रौद्योगिकी और अंतर-एजेंसी सहयोग की शक्ति का उपयोग करना चाहिए।’’

सिन्हा ने कहा कि उन्हें जम्मू कश्मीर पुलिस के बहादुर कर्मियों और अधिकारियों पर गर्व है। उन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

उन्होंने कहा, ‘‘पूरा देश हमारे पुलिस बल को पेशेवर क्षमता, विभिन्न मोर्चों पर सुरक्षा चुनौतियों से सफलतापूर्वक निपटने और आतंकवाद से निर्ममता से निपटने के लिए प्रशंसा करता है और उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखता है।’’

पास आउट हुए सभी पुलिस अधिकारियों को बधाई देते हुए उन्होंने उनसे जम्मू कश्मीर पुलिस के मूल्यों, परंपराओं और लोकाचार को बनाए रखने का आह्वान किया।

उपराज्यपाल ने कहा कि भारत के प्राचीन मूल्य सत्य, न्याय, नैतिकता, कानून और सुशासन पर केंद्रित हैं तथा इन मूल्यों की रक्षा करना तथा समाज में उन्हें पोषित करना पुलिस की जिम्मेदारी है।

उपराज्यपाल ने जम्मू कश्मीर पुलिस से सुरक्षा खतरों का मुकाबला करने, कट्टरपंथ को रोकने और प्रतिकूल परिस्थितियों पर विजय पाने के लिए डेटा संग्रह और विश्लेषण की अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी में उल्लेखनीय बदलावों के बावजूद, बीट पुलिसिंग और एरिया पुलिसिंग के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इसलिए, हमें बीट पुलिसिंग को सुरक्षा तंत्र के केंद्र में लाना होगा। हमें समग्र आतंकवाद-रोधी प्रयासों को मजबूत करने के लिए ‘टेकिंट’ (तकनीकी खुफिया) और ‘ह्यूमिंट’ (मानव खुफिया) के बीच एक अच्छा संतुलन बनाना चाहिए।’’

सिन्हा ने पुलिसकर्मियों से समुदायों में सामूहिक सतर्कता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।

उन्होंने खुफिया-संचालित आतंकवाद-रोधी अभियानों पर जोर देते हुए कहा, ‘यह सामूहिक सतर्कता न केवल पुलिस बल को आतंकवादियों के खिलाफ समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने में सक्षम बनाएगी, बल्कि समाज के सभी वर्गों के साथ विश्वास को भी मजबूत करेगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों को आतंकवादियों और जम्मू कश्मीर के भीतर आतंकी तंत्र से निपटने के लिए पूरी छूट दी है। मैं चाहता हूं कि शक्तिशाली पुलिस बल, सबसे शक्तिशाली भारतीय सेना और बहादुर सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) आतंकवादियों और उनके सहायक तंत्र को खत्म करने के लिए मिलकर काम करें।’’

उन्होंने कहा, ‘हमें ओजीडब्ल्यू (ओवर ग्राउंड वर्कर) नेटवर्क पर लक्षित हमलों को तेज करना चाहिए और आतंकवादियों को रसद और वित्तीय सहायता प्रदान करने वाले तत्वों को न्याय के कटघरे में लाना चाहिए।’

उधमपुर पुलिस अकादमी के निदेशक गरीब दास ने कहा कि पास-आउट के कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम ने उन्हें नये आपराधिक कानूनों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), साइबर अपराध, नार्को-आतंकवाद, सामान्य युद्ध, आतंकवाद-रोधी, उग्रवाद-रोधी, मानवाधिकार और कानून-व्यवस्था में उच्च दक्षता प्रदान की है।

उपराज्यपाल ने सलामी ली और परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले रंगरूटों को सम्मानित किया। पास आउट होने वाले डीएसपी और पीएसआई को अपने कर्तव्यों का पालन समर्पण और ईमानदारी से करने के लिए शपथ दिलायी गई।

भाषा अमित सुरेश

सुरेश

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