मुंबई, 16 जून (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे की मजबूती के साथ 86.04 पर बंद हुआ। वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, कमजोर होते डॉलर और घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के रुख के कारण रुपये में यह तेजी आई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि हालांकि, निर्यात में गिरावट और विदेशी पूंजी निकासी के कारण रुपये में तेजी पर अंकुश लगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 86.16 पर खुला तथा 85.94 से 86.24 के दायरे में कारोबार करने के बाद अंत में 86.04 पर बंद हुआ। यह पिछले बंद से सात पैसे की तेजी है। शुक्रवार को रुपया 86.11 पर बंद हुआ था।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘‘लेकिन निचले स्तरों पर डॉलर की अच्छी खरीदारी हुई, क्योंकि बाजार पश्चिम एशिया में जारी ईरान-इजराइल युद्ध के परिणाम की प्रतीक्षा कर रहा है।’’
उन्होंने कहा कि मंगलवार को रुपया 85.75 से 86.50 के व्यापक दायरे में रह सकता है।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक, अनुज चौधरी के अनुसार, कमजोर अमेरिकी डॉलर और घरेलू बाजारों में उछाल के कारण भारतीय रुपये में तेजी आई। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने भी रुपये को सहारा दिया। हालांकि, पश्चिम एशिया में तनाव ने तेज बढ़त को रोक दिया।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.20 प्रतिशत घटकर 97.98 रह गया।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 677.55 अंक बढ़कर 81,796.15 अंक, जबकि एनएसई निफ्टी 227.90 अंक बढ़कर 24,946.50 अंक पर बंद हुआ।
इजराइल-ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण पिछले कुछ दिनों में भारी तेजी आने के बाद वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड की वायदा कीमत 0.79 प्रतिशत घटकर 73.64 प्रति बैरल रही।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने सोमवार को शुद्ध आधार पर 2,539.42 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश रमण
रमण