भुवनेश्वर, 16 जून (भाषा) ओडिशा के जाजपुर में अतिसार और हैजा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद एक केंद्रीय टीम ने सोमवार को कहा कि जिले में हैजा स्थानिक अवस्था में है।
केंद्रीय टीम की सदस्य शिबानी लाहिड़ी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि जिले में हैजा का कोई प्रकोप नहीं है, यह स्थानिक बीमारी है और इसके मामलों में थोड़ी वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा, ‘हमने अतिसार संबंधी बीमारियों का प्रकोप देखा है। हमने राज्य को जल सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने और जागरूकता पैदा करने के संबंध में सुझाव दिए हैं।’
लाहिड़ी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में दवाइयां वितरित करना शुरू कर दिया है और अधिकतर मरीजों का इलाज कर लिया गया है।
एक अन्य सदस्य भागीरथी द्विवेदी ने बताया कि प्रयोगशाला जांच रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि जिले में हैजा के मामले पाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन मामले की निगरानी कर रहा है।
केंद्रीय टीम (14 सदस्यीय) ने रविवार को जाजपुर जिले का दौरा किया और जिला प्रशासन के साथ बैठक की।
टीम के कुछ अन्य जिलों का भी दौरा करने की संभावना है, जहां अतिसार के मामले सामने आए हैं।
राज्य की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव अस्वथी एस ने सोमवार को जिले का दौरा किया और रोग को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए निवारक उपायों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा, ‘मामलों की संख्या में कमी आई है और हल्के लक्षण वाले कुछ रोगियों को रविवार और सोमवार को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।’
जिलाधिकारी पी अन्वेषा रेड्डी ने बताया कि जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में अतिसार के करीब 260 मरीज उपचाराधीन हैं।
मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) बिजय मिश्रा ने बताया कि सोमवार को अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है। उन्होंने बताया कि रविवार को जहां जिले के अस्पतालों में 311 मरीज उपचाराधीन थे, वहीं सोमवार को यह संख्या घटकर 259 रह गई।
इस बीच अधिकारियों ने बताया कि जिले के बारी और बिंझारपुर क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन ने होटल, भोजनालय, फास्ट-फूड स्टॉल, मांस की दुकानें और ‘वाटर पैकेजिंग इकाइयों’ दो सप्ताह के लिए बंद कर दी हैं।
भाषा
शुभम माधव
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