हापुड़ (उप्र), 16 जून (भाषा) हापुड़ जिले के एक सेवानिवृत्त फौजी और उनके 21 वर्षीय बेटे के लिये कल एक अविस्मरणीय क्षण आया जब दोनों एक साथ उत्तर प्रदेश पुलिस में चयनित हुए और दोनों ने लखनऊ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक ही मंच पर नियुक्ति पत्र प्राप्त किया।
इस उपलब्धि से उनके गृहनगर धौलाना में खुशी की लहर दौड़ गई। इस दुर्लभ उपलब्धि का बड़े पैमाने पर जश्न मनाया जा रहा है।
धौलाना के उदयपुर उदयरामपुर नंगला गांव के निवासी 40 वर्षीय यशपाल नागर 2003 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे और 2019 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।
नागर ने कहा कि अपनी सैन्य सेवा के बाद उन्होंने दिल्ली में सेना आयुध कोर के साथ काम करना जारी रखा तथा इसी बीच, उन्होंने अपने बेटे शेखर नागर (21) के साथ ढाई साल से अधिक समय पहले पुलिस भर्ती की तैयारी शुरू कर दी थी।
नागर ने कहा कि उन्होंने और उनके बेटे ने संयुक्त रक्षा सेवा (सीडीएस) और उत्तर प्रदेश दारोगा भर्ती परीक्षा समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लिया।
उन्होंने कह कि उनकी लगन का फल तब मिला जब दोनों ने सिविल पुलिस सीधी भर्ती पहल के तहत आयोजित ‘यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा’ में सफलता प्राप्त की।
नागर ने कहा,‘‘मुझे शाहजहांपुर में तैनात किया गया है जबकि शेखर बरेली में प्रशिक्षण लेंगे।’’
हापुड़ के पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने कहा कि पिता-पुत्र की जोड़ी नियुक्ति पत्र लेकर हापुड़ लौट आई है।
सिंह ने पिता-पुत्र की कहानी को ‘प्रेरणादायक’ और ‘समर्पण तथा दृढ़ संकल्प का प्रतीक’ बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘दूसरों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। वे 60 हजार से अधिक सफल उम्मीदवारों में शामिल हैं, जिन्हें रविवार को लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में नियुक्ति पत्र सौंपे गए।’’
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड द्वारा की गई यह भर्ती राज्य के इतिहास में सिविल पुलिस कांस्टेबलों की सबसे बड़ी सीधी भर्ती है। इस अभियान के तहत कुल 48 हजार 196 पुरुषों और 12 हजार 048 महिलाओं का चयन किया गया।
भाषा सं. सलीम राजकुमार
राजकुमार