पुणे, 16 जून (भाषा) महाराष्ट्र के पुणे जिले के मावल तहसील में इंद्रायणी नदी पर बने पुल के ढहने की घटना के एक दिन बाद सोमवार को जिला प्रशासन ने उपयोग के लिए अनुपयुक्त सभी पुलों को तोड़ने या हटाने का निर्णय किया। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।
मावल पुल हादसे में कम से कम चार लोगों की मौत हो गयी थी जबकि 18 लोग घायल हो गये थे।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार दोपहर को कुंदमाला इलाके में जो पुल ढह गया, वह 1993 में बना था और इस्तेमाल के लायक नहीं था, लेकिन वहां एकत्र हुए लोगों ने चेतावनी वाले साइनबोर्ड को नजरअंदाज कर दिया और 100 से ज्यादा लोग पुल पर चढ़ गए।
जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी ने कहा, ‘‘घटना को ध्यान में रखते हुए, हमने अब जिले में ऐसे पुलों को हटाने या तोड़ने का फैसला किया है क्योंकि बैरिकेड आदि लगाने से उद्देश्य पूरा नहीं होता। आगंतुक, पर्यटक आमतौर पर ध्यान नहीं देते और इन बैरिकेड को दरकिनार कर अपनी जान जोखिम में डालते हैं। हमने जिले में ऐसी संरचनाओं की पहचान की है और अंतिम सर्वेक्षण के बाद इन संरचनाओं को हमेशा के लिए हटा दिया जाएगा।’’
डूडी ने बताया कि जो पुल ढह गया था, उसके स्थान पर नया पुल बनाने के लिए निविदा कुछ महीने पहले जारी की गई थी, जबकि कार्य आदेश एक सप्ताह पहले जारी किया गया था।
उन्होंने बताया कि कार्य आदेश जारी होने के दिन से काम शुरू होने में 15 दिन लगते हैं, इसलिए इसका निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा।
भाषा संतोष रंजन
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