नयी दिल्ली, 16 जून (भाषा) दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने सोमवार को पश्चिमी दिल्ली के अशोक विहार में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया और 300 से अधिक अवैध आवासों को ध्वस्त कर दिया। यहां एक बयान में यह जानकारी दी गयी।
भारतीय रेलवे द्वारा उत्तरी दिल्ली के वजीरपुर क्षेत्र में भी अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया।
सुबह-सुबह पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बीच ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई। डीडीए द्वारा अनधिकृत बस्तियों को हटाने के प्रयासों के तहत अशोक विहार इलाके के जेलरवाला बाग से कुल 308 अवैध आवासों को हटाया गया।
डीडीए के अनुसार, यह कार्रवाई उन झुग्गी-झोपड़ियों पर केंद्रित थी, जिसमें रहने वाले लोगों को या तो पहले से ही वैकल्पिक फ्लैट आवंटित किए गए थे या फिर ये पुनर्वास नीति के तहत अयोग्य पाए गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि जेलरवाला बाग में जेजे क्लस्टर के 1,078 पात्र परिवारों को पहले ही स्वाभिमान अपार्टमेंट में नवनिर्मित एक बीएचके फ्लैट में स्थानांतरित कर दिया गया और अन्य 567 परिवारों को अपात्र घोषित कर दिया गया, जबकि दिल्ली उच्च न्यायालय ने लगभग 250 निवासियों को स्थगन आदेश दिया था। इसके अलावा नौ और परिवारों को वैकल्पिक आवास प्रदान किया गया था।
ध्वस्तीकरण अभियान वजीरपुर तक चला, जहां ट्रेन की पटरियों के किनारे बनी अवसंरचना को हटाया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आखिर भाजपा चाहती क्या है। क्या दिल्ली की सभी झुग्गियों को तोड़ना चाहती है, तो क्या मोदी जी ने चुनाव के वक्त झूठ बोला था – जहां झुग्गी, वहां मकान।’’
आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भी इस कार्रवाई की आलोचना की।
भाषा यासिर रंजन
रंजन
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