( किशोर द्विवेदी )
लखनऊ, 17 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक महीने तक चलने वाले ‘संगठन सृजन’ अभियान के बीच कांग्रेस को उम्मीद है कि 2027 के उप्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने के लिए वह एक ‘सम्मानजनक और उपयुक्त’ गठबंधन बना लेगी।
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-समाजवादी पार्टी गठबंधन ने मजबूत प्रदर्शन किया, कांग्रेस ने 17 सीट में से छह पर जीत हासिल की जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) 37 सीट पर विजयी रही। इसके कारण सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में भाजपा की सीट संख्या 62 से घटाकर 33 रह गई।
शायद इसीलिए, कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि पार्टी राज्यभर में जमीनी स्तर पर अपनी उपस्थिति को फिर से मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, लेकिन पूरी संभावना है कि वह अगले दौर के चुनावों में भाजपा का मुकाबला करने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के तहत एक ‘सम्मानजनक और उपयुक्त गठबंधन’ बनाने पर विचार करेगी।
पांडे ने कहा कि फिलहाल पार्टी उप्र के सभी 75 जिलों में ‘संगठन सृजन’ अभियान चला रही है और पंचायत चुनावों की भी तैयारी कर रही है, जो 2027 के चुनावों से एक साल पहले यानी 2026 में होंगे।
पांडे राज्य के सात दिवसीय दौरे पर हैं और जिला स्तर के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलकर प्रगति का आकलन कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं में जोश भर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए 100 दिवसीय कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसमें प्रशिक्षित पेशेवर क्रियान्वयन की निगरानी करेंगे, क्योंकि कांग्रेस उप्र के ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए पंचायत चुनावों पर नजर गड़ाए हुए है।
पांडे ने कहा,‘‘ वर्ष 2022 के राज्य विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। इसमें सपा ने अपनी सीट संख्या 47 से बढ़ाकर 111 कर ली, जबकि कांग्रेस सिर्फ दो सीट पर सिमट गई। गठबंधन की बात करें तो ‘इंडिया’ गठबंधन बहुत ज्यादा अस्तित्व में है, लेकिन जैसा कि आप जानते हैं, क्षेत्रीय दलों और राष्ट्रीय पार्टी के रूप में हमारा गठबंधन भाजपा को मजबूत विपक्ष देने के लिए एक साथ आया है। इसलिए हम अपने संगठन को मजबूत कर रहे हैं और इसी के चलते हम एक मजबूत गठबंधन के रूप में साथ आएंगे।’’
उन्होंने कहा,‘‘हम अपनी पार्टी को और मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि अगर चुनाव के समय हमारे पास भाजपा को हराने के लिए एक सम्मानजनक और उपयुक्त गठबंधन हो, तो हम एक अच्छा परिणाम देने की स्थिति में हों।’’
सपा और बसपा जैसी क्षेत्रीय पार्टियों के उदय और भाजपा के मौजूदा प्रभुत्व पर पांडे ने कहा, ‘‘मैं आपको बता दूं कि क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस की तुलना में बहुत बाद में आईं, लेकिन कांग्रेस राज्य के गठन के उपरांत आजादी के बाद से ही उत्तर प्रदेश के लोगों को अच्छा शासन दे रही थी।’’
उन्होंने कहा,‘‘फिलहाल हम उत्तर प्रदेश में पार्टी के संगठनात्मक पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, न केवल अकेले चुनाव लड़ने के लिए बल्कि कई अन्य काम करने के लिए जो सीधे लोगों के हित और राज्य के कल्याण से जुड़े हैं।’’
पांडे ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा और उस पर निरंकुश कार्यप्रणाली अपनाने और विपक्ष की लोकतांत्रिक भूमिका को दरकिनार करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘एक बात जो हर कोई देख सकता है, वह यह है कि सरकार पक्षपातपूर्ण है और निरंकुश फैसले लेकर संविधान का उल्लंघन करने की कोशिश कर रही है। आप देख सकते हैं कि सभी फैसले विपक्ष को दबाकर लिए जा रहे हैं और उसे उचित सम्मान नहीं दिया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर है कि लोगों की पसंद और कल्याण को ध्यान में रखना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्हें लोगों के कल्याण का ध्यान रखना चाहिए- चाहे वह बुनियादी ढांचे, शिक्षा, रोजगार या महंगाई का मसला हो। कांग्रेस विपक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी पूरी क्षमता और अच्छे इरादों के साथ निभा रही है।’’
पांडे ने कहा कि संगठनात्मक मोर्चे पर पार्टी के ‘संगठन सृजन’ अभियान का उद्देश्य कांग्रेस के पूर्ण अधिवेशन में पारित प्रस्ताव के बाद पांच स्तरों- राज्य, जिला, ब्लॉक, मंडल और बूथ पर अपने ढांचे का पुनर्निर्माण करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में चरणबद्ध तरीके से इसे अंजाम दिया जा रहा है।’’
माजूदा समय में उप्र में कांग्रेस की प्रासंगिकता पर पांडे ने कहा, ‘‘मैं आपको बता दूं कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है जिसने स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका निभाई है। यह हमेशा से बहुत प्रासंगिक रही है और वैचारिक रूप से आम भारतीय की मानसिकता के बहुत करीब रही है।’’
पांडे ने कहा, ‘‘उप्र में कांग्रेस राज्य स्तर से बूथ स्तर तक खुद को पुनर्गठित करने की कोशिश कर रही है।’’
उन्होंने दावा किया,‘‘पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह की भावना साफ देखी जा सकती है और मुझे विश्वास है कि कांग्रेस 2026 के पंचायत चुनाव, 2027 के विधानसभा चुनाव और 2029 के आम चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी। हमारा लक्ष्य जनता का विश्वास फिर से हासिल करना और उत्तर प्रदेश के लोगों की उम्मीदों के अनुरूप उनकी सेवा करना है।’’
भाषा किशोर जफर
मनीषा संतोष
संतोष