हैदराबाद, 17 जून (भाषा) जर्मनी से हैदराबाद के लिए उड़ान भरने वाले लुफ्थांसा के विमान को ‘‘बम की धमकी’’ मिलने के बाद वापस फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे ले जाया गया और करीब 20 घंटे की देरी के बाद उसने फिर से उड़ान भरी जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
विमान को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं मिली। उड़ान संख्या एलएच752 ने रविवार को दोपहर करीब ढाई बजे फ्रैंकफर्ट से उड़ान भरी और उसे सोमवार सुबह छह बजे हैदराबाद पहुंचना था लेकिन ‘‘बम की धमकी’’ मिलने के कारण इस विमान को वापस फ्रैंकफर्ट ले जाया गया।
विमान में सवार यात्री माधवी लता ने ‘पीटीआई वीडियो’ को बताया, ‘‘शनिवार को तीन घंटे की यात्रा के बाद यात्रियों को सूचित किया गया कि विमान को हैदराबाद हवाई अड्डे पर उतारने की अनुमति नहीं मिली है और इसलिए विमान वापस फ्रैंकफर्ट जा रहा है। हमारी आगे की यात्रा की सारी योजना बेकार हो गयी। मुझे अपने बूढ़े माता-पिता से मिलने जाना है।’’
उन्होंने बताया कि उन्हें आंध्र प्रदेश के गुंटकल तक जाना है।
सैन फ्रांसिस्को से यात्रा कर रहे एक अन्य यात्री वेनू ने विमान को वापस फ्रैंकफर्ट ले जाने पर हैरानी जतायी और कहा कि फ्रैंकफर्ट लौटने से पहले विमान करीब चार घंटे तक उड़ान भरता रहा। अगले दिन सुबह करीब 10 बजे यात्रा शुरू हुई जिससे उन्हें हैदराबाद पहुंचने में देरी हुई।
वेनू ने सभी यात्रियों के सुरक्षित होने पर राहत जताते हुए कहा, ‘‘उन्होंने हमें बताया कि विमान वापस जा रहा है। हमें समझ नहीं आया। हम हैरान हो गए कि विमान वापस जा रहा है। हमें समझ नहीं आया कि क्या हो रहा था।’’
इस परेशानी के कारण कई यात्रियों के लिए आगे की यात्रा में बहुत ज्यादा विलंब हो गया।
कनाडा से आ रहे अरोग्यम चौधरी को यात्रियों में सबसे अधिक इंतजार करना पड़ा। उन्होंने फ्रैंकफर्ट में करीब 72 घंटे इंतजार किया।
हैदराबाद हवाई अड्डे के सूत्रों के अनुसार, हैदराबाद हवाई अड्डे को 15 जून को शाम करीब छह बजे एक ईमेल मिला जिसमें लुफ्थांसा की उड़ान संख्या 752 को बम से उड़ाने की धमकी दी गयी थी।
उन्होंने बताया कि बम धमकी आकलन समिति का गठन किया गया और मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी प्रकियाओं का पालन किया गया। सुरक्षा को देखते हुए एयरलाइन को अपने विमान प्रस्थान स्थल या नजदीकी उचित हवाई अड्डे पर वापस ले जाने की सलाह दी गयी।
भाषा गोला नरेश
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