अमृतसर, 17 जून (भाषा) अकाल तख्त के मुख्य ग्रंथी ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कंचन कुमारी की हत्या को उचित ठहराते हुए कहा कि ‘कुछ भी गलत नहीं हुआ है’ और किसी को भी अश्लील गाने नहीं सुनने चाहिए।
‘कमल कौर भाभी’ के नाम से मशहूर कंचन को कथित तौर पर उसके वीडियो में अश्लीलता को बढ़ावा देने के लिए निशाना बनाया गया था। गत नौ जून को उसकी हत्या कर दी गई और शव बठिंडा में एक लावारिस कार में मिला।
सिख धर्म की सर्वोच्च धार्मिक पीठ अकाल तख्त के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी मलकीत सिंह ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘सिख धर्म की शिक्षा के अनुसार, हिंदू और मुस्लिम सहित किसी को भी अश्लील गाने नहीं सुनने चाहिए, खासकर युवा सिख पीढ़ी को।’’
हत्या के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन ऐसे लोग, जो दूसरे धर्मों से हैं, अपना नाम बदलते हैं, सिख समुदाय को बदनाम करने के लिए झूठी पहचान बनाते हैं, इस तरह के कृत्यों में लिप्त होते हैं… उनके साथ इसी तरह का व्यवहार किया जाना चाहिए। कुछ भी गलत नहीं हुआ है। ऐसा पहले भी हो चुका है।’’
मोगा के रहने वाले जसप्रीत सिंह (32) और तरनतारन के रहने वाले निमरतजीत सिंह (21) को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने ‘‘समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाली अनैतिक और अश्लील सामग्री’’ अपलोड करने के कारण कंचन को मार डाला।
बठिंडा पुलिस ने स्वयंभू सिख कट्टरपंथी नेता और मुख्य आरोपी अमृतपाल सिंह मेहरों के लिए लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया है। अधिकारियों ने बताया कि हत्या के कुछ ही घंटे बाद मेहरों संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भाग गया।
पुलिस के अनुसार, मोगा निवासी 30 वर्षीय मेहरों पर राज्य की कम से कम दो अन्य महिला सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर को धमकी देने का भी आरोप है। हत्या के बाद सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में मेहरों कथित तौर पर कहता सुना जा सकता है कि कंचन की हत्या उसके दो साथियों ने की है।
इंस्टाग्राम पर ‘कमल कौर भाभी’ के नाम से मशहूर कंचन के 3,84,000 फॉलोअर हैं और वह ‘फनी भाभी टीवी’ नाम से एक यूट्यूब चैनल भी चलाती थी, जिसके 2,36,000 सब्सक्राइबर हैं।
भाषा वैभव मनीषा
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