नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) जीजेईपीसी ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका के शुल्क घोषणा के बाद मई में कुल रत्न और आभूषण निर्यात सालाना आधार पर 15.81 प्रतिशत घटकर 226.34 करोड़ अमेरिकी डॉलर (19,260.81 करोड़ रुपये) रहा।
रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के आंकड़ों के अनुसार 2024 की इसी अवधि के दौरान उद्योग का निर्यात 2,68.83 करोड़ अमेरिकी डॉलर (22,414.02 करोड़ रुपये) था।
मई में तराशे गये हीरों का निर्यात 35.49 प्रतिशत घटकर 94.97 करोड़ अमेरिकी डॉलर (8,089.81 करोड़ रुपये) रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 1,47.20 करोड़ डॉलर (12,272.03 करोड़ रुपये) था।
मई में पॉलिश किए गए प्रयोगशाला में बने हीरों का निर्यात सालाना आधार पर 12.03 करोड़ डॉलर (1,003.06 करोड़ रुपये) से 32.76 प्रतिशत घटकर 8.09 करोड़ डॉलर (689.71 करोड़ रुपये) रह गया।
समीक्षाधीन अवधि में सोने के आभूषणों का निर्यात सालाना आधार पर 17.24 प्रतिशत बढ़कर 99.75 करोड़ अमेरिकी डॉलर (8,482.61 करोड़ रुपये) हो गया।
अप्रैल-मई के दौरान चांदी के आभूषणों का कुल निर्यात 17.59 प्रतिशत घटकर 15 करोड़ डॉलर (1,281.92 करोड़ रुपये) रह गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 18.21 करोड़ डॉलर (1,518.69 करोड़ रुपये) था।
जीजेईपीसी के चेयरमैन किरीट भंसाली ने पीटीआई-भाषा से कहा कि कुल निर्यात में गिरावट जारी है और मई में यह गिरावट मुख्य रूप से अमेरिका द्वारा शुल्क की घोषणा के कारण 15.81 प्रतिशत रही।
उन्होंने बताया कि पश्चिम एशिया में जारी तनाव के कारण सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ गई है, जिससे सोने के आभूषणों का निर्यात बढ़ा है।
भाषा पाण्डेय रमण
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