बेंगलुरु, 16 जनवरी (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने चार जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ के लिए उनके इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करने पर मंगलवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की। इस भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी।
मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं से अहमदाबाद विमान दुर्घटना, गुजरात के मोरबी में झूलता पुल के ढहने और उत्तर प्रदेश में कुंभ मेले के दौरान भगदड़ की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों से इस्तीफा मांगने को कहा।
भाजपा ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के निकट मची भगदड़ के सिलसिले में सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और गृह मंत्री जी. परमेश्वर के तत्काल इस्तीफे की मांग करते हुए यहां ‘फ्रीडम पार्क’ में विरोध प्रदर्शन किया। इस भगदड़ में 50 से अधिक लोग घायल भी हो गए थे।
भाजपा के विरोध पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिद्धरमैया ने जानना चाहा कि उत्तर प्रदेश के प्रयाग राज में कुंभ मेले के दौरान भगदड़ और अहमदाबाद में बोइंग विमान दुर्घटना के लिए कौन जिम्मेदार है और किसने इसके लिए इस्तीफा दिया।
मुख्यमंत्री ने पूछा, “गोधरा की घटना और पुल ढहने की घटना के लिए कौन जिम्मेदार है, जिसमें 140 लोग मारे गए थे?”
वह गोधरा ट्रेन हत्याकांड का जिक्र कर रहे थे, जिसके परिणामस्वरूप 2002 में गुजरात में सांप्रदायिक दंगे हुए थे और अक्टूबर 2022 में गुजरात के मोरबी में झूलता पुल के ढहने की घटना का जिक्र कर रहे थे, जिसमें लगभग 140 लोग मारे गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं इसे बचाव या बहाने के तौर पर इस्तेमाल नहीं कर रहा हूं। लेकिन मेरा कहना यह है कि उन्हें (भाजपा को) मेरा इस्तीफा मांगने का क्या नैतिक अधिकार है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा की कर्नाटक इकाई को कुंभ मेले के दौरान हुई भगदड़ के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगना चाहिए।
सिद्धरमैया ने भाजपा पर राजनीतिक कारणों से विरोध प्रदर्शन करने का आरोप लगाया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र, विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक, विधान परिषद में विपक्ष के नेता सी. नारायणस्वामी उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने आंदोलन का नेतृत्व किया।
बाद में, पार्टी नेताओं ने उस समय गिरफ्तारी दी, जब वे मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे थे।
विजयेंद्र ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में चार जून को हुई भगदड़ में लोगों की मौत के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
विजयेंद्र ने आरोप लगाया, “चार जून को जब राज्य और देश भर में आरसीबी की जीत का जश्न मनाया जा रहा था, तब बेंगलुरु में प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही थी। उपमुख्यमंत्री, जो आरसीबी की जीत के जश्न का इस्तेमाल अपनी सरकार की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए करके प्रचार पाने के जुनून में थे, क्रिकेटरों का स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचे और स्टेडियम में कप को ऊंचा उठाकर खुद को विजेता के रूप में पेश किया।”
भाषा प्रशांत दिलीप
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