अहमदाबाद, 17 जून (भाषा) अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान दुर्घटना के पांच दिन बाद, अब तक डीएनए मिलान के जरिये 162 मृतकों की पहचान कर ली गई है और 120 शव परिजन को सौंप दिये गए हैं। गुजरात के गृह राज्य मंत्री ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मृतकों की पहचान करने के लिए अधिकारी डीएनए जांच कर रहे हैं, क्योंकि 12 जून को हुई विमान दुर्घटना में कई शव इतने बुरी तरह से जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं की जा सकती।
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने एक बयान में कहा, ‘‘मंगलवार अपराह्न 3.30 बजे तक 162 दुर्घटना पीड़ितों के डीएनए नमूनों का मिलान कर लिया गया है और 120 शव संबंधित परिवारों को सौंप दिए गए हैं। बाकी शव जल्द ही (पहचान के बाद) सौंप दिये जाएंगे।’’
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक राकेश जोशी ने इससे पहले उम्मीद जतायी थी कि सभी पीड़ितों के डीएनए मिलान की प्रक्रिया मंगलवार शाम या बुधवार सुबह तक पूरी हो जाएगी।
राज्य सरकार ने पहले कहा था कि 250 पीड़ितों के नमूने पहचान के लिए एकत्र किये गये हैं, जिनमें विमान में सवार लोगों के साथ-साथ जमीन पर मारे गये लोग भी शामिल हैं।
इस प्रक्रिया में मृतक की पहचान करने के लिए मृतक के डीएनए का मिलान परिवार के सदस्यों के डीएनए प्रोफाइल के साथ किया जाता है। जलने आदि से जब शवों की पहचान नहीं हो सकती तो इस प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। मृतक और परिवार के सदस्यों, दोनों से डीएनए नमूने एकत्र किए जाते हैं और वैज्ञानिक तकनीकों के माध्यम से मृतक की पहचान करने के लिए उनका मिलान किया जाता है।
गत बृहस्पतिवार को अपराह्न 1.39 बजे अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। लंदन जा रहे इस विमान में सवार 242 लोगों में केवल एक यात्री जीवित बचा था।
इसके अलावा, दुर्घटना स्थल पर 29 अन्य लोग भी मारे गए थे, जिनमें से पांच एमबीबीएस छात्र थे।
भाषा अमित पवनेश
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