नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) धान बुवाई का रकबा इस खरीफ सत्र में अब तक 13 प्रतिशत बढ़कर 4.53 लाख हेक्टेयर हो गया है। सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
पिछले साल इसी अवधि में धान की बुवाई चार लाख हेक्टेयर में हुई थी।
मंगलवार को एक सरकारी बयान में कहा गया कि कृषि विभाग ने 13 जून, 2025 तक खरीफ फसलों (ग्रीष्म-बुवाई) के रकबे में हो रही प्रगति का आंकड़ा जारी किया है।
दलहन खेती का रकबा भी 2.6 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 3.07 लाख हेक्टेयर हो गया है।
श्री अन्न या मोटे अनाज की बुवाई का रकबा इस खरीफ सत्र में अब तक 5.89 लाख हेक्टेयर पर स्थिर रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 5.9 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई थी।
गैर-खाद्यान्न श्रेणी में तिलहन खेती का रकबा पिछले साल के समान अवधि के 1.5 लाख हेक्टेयर से बढ़कर अब तक 2.05 लाख हेक्टेयर हो गया है।
गन्ने की बुवाई का रकबा भी अब तक थोड़ा बढ़कर 55.07 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो एक साल पहले की समान अवधि में 54.88 लाख हेक्टेयर था।
कपास रकबा पहले के 13.28 लाख हेक्टेयर से मामूली घटकर 13.19 लाख हेक्टेयर रह गया है।
सभी खरीफ फसलों का कुल बुवाई का रकबा 13 जून, 2025 तक बढ़कर 89.29 लाख हेक्टेयर हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 87.81 लाख हेक्टेयर था।
भाषा राजेश राजेश रमण
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