मलप्पुरम (केरल), 17 जून (भाषा)केरल विधानसभा की नीलांबुर सीट पर 19 जून को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार मंगलवार को समाप्त हो गया। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन विभिन्न दलों ने बड़े पैमाने पर रोड शो और रैलियां कीं।
सैकड़ों राजनीतिक कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे, अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे और उनके साथ एकजुटता व्यक्त की।
सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) समर्थित निर्दलीय विधायक पी. वी. अनवर और सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बीच रास्ते अलग होने से उत्तरी मलप्पुरम जिले में स्थित नीलांबुर में उपचुनाव का मार्ग प्रशस्त हुआ।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की सरकार के लगातार दूसरे कार्यकाल के पूरा होने में कुछ ही महीने शेष हैं, ऐसे में नीलांबुर में उपचुनाव सत्तारूढ़ माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ और विपक्षी दल कांग्रेस नीत यूडीएफ (संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा) दोनों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है।
कांग्रेस ने नीलांबुर नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष आर्यदान शौकत को मैदान में उतारा है, जो दिवंगत पार्टी के वरिष्ठ नेता आर्यदान मोहम्मद के पुत्र हैं, वहीं माकपा ने अपने राज्य सचिवालय सदस्य एम. स्वराज पर भरोसा जताया है।
दोनों पारंपरिक मोर्चों ने अपनी अपनी जीत को लेकर विश्वास जताया है, वहीं भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने पेशे से वकील मोहन जॉर्ज को मैदान में उतारकर अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया, जो पहले केरल कांग्रेस के विभिन्न गुटों से जुड़े थे।
भाषा सुरभि धीरज
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