कनैनिस्किस (कनाडा), 17 जून (एपी) कनाडा में आयोजित जी-7 देशों के नेताओं की बैठक में एक संयुक्त वक्तव्य पर हस्ताक्षर किये गए, जिसमें इजराइल और ईरान के बीच लड़ाई में तनाव कम करने का आह्वान किया गया। साथ ही इसमें इस बात पर भी जोर दिया गया कि है ईरान के पास कभी भी परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए।
बयान में कहा गया है, ‘‘हम, जी-7 के नेता, पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। इस संदर्भ में, हम पुष्टि करते हैं कि इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। हम इजराइल की सुरक्षा के लिए अपना समर्थन दोहराते हैं।’’
बयान में कहा गया है, ‘‘हम नागरिकों की सुरक्षा के महत्व की भी पुष्टि करते हैं। ईरान क्षेत्रीय अस्थिरता और आतंक का प्रमुख स्रोत है। हमारा लगातार यह स्पष्ट रुख रहा है कि ईरान के पास कभी भी परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम आग्रह करते हैं कि ईरानी संकट के समाधान से पश्चिम एशिया में शत्रुता में व्यापक कमी आएगी, जिसमें गाजा में युद्ध विराम भी शामिल है। हम अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा बाजारों पर पड़ने वाले प्रभावों के प्रति सतर्क रहेंगे और बाजार की स्थिरता की रक्षा के लिए समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ समन्वय करने के लिए तैयार रहेंगे।’’
एपी अमित रंजन
रंजन