देहरादून, 17 जून (भाषा) उत्तराखंड के केदारनाथ में हेलीकॉप्टर हादसे के बाद चारधाम यात्रा मार्ग पर हेली सेवाओं के संचालन पर दो दिन के लिए लगायी गयी रोक मंगलवार को समाप्त हो गयी लेकिन केदार घाटी में खराब मौसम के कारण केदारनाथ के लिए किसी हेलीकॉप्टर ने उड़ान नहीं भरी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
रविवार को केदारनाथ के निकट आर्यन एवियेशन का एक हेलीकॉप्टर खराब मौसम में कम दृश्यता के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिससे उसमें सवार सात लोगों की मृत्यु हो गयी थी । इस हादसे के बाद चारधाम यात्रा मार्ग पर हेली सेवाएं बंद कर दी गयी थीं।
रुद्रप्रयाग के जिला पर्यटन अधिकारी और हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि सरकार ने मंगलवार से हेलीकॉप्टर संचालन की अनुमति प्रदान कर दी थी लेकिन प्रतिकूल मौसम के कारण केदारनाथ के लिए किसी हेलीकॉप्टर ने उड़ान नहीं भरी।
मुख्यमंत्री ने रविवार को हेली सेवा बंद करने की घोषणा करते हुए कहा था कि स्थिति की अच्छी तरह से समीक्षा करने के बाद ही यात्रा मार्ग पर हेलीकॉप्टर संचालन शुरू किया जाएगा।
चारधाम क्षेत्र में उड़ान भरने वाले पायलटों को अस्थिर मौसम, अत्यधिक उंचाई तथा संकरी घाटियों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि उसने चारधाम यात्रा मार्ग पर आर्यन एवियेशन का संचालन तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है और डीजीसीए को निर्देश दिया है कि वह केदारनाथ घाटी में सभी हेलीकॉप्टर गतिविधियों की सक्रिय निगरानी करने के लिए उड़ान योग्यता, सुरक्षा और संचालन से संबंधित अधिकारियों की तत्काल तैनाती करे।
मंत्रालय ने ऐसी ही प्रतिकूल स्थितियों में उडान भरने वाले ट्रांसभारत एवियेशन के दो हेलीकॉप्टरों के पायलटों-कैप्टन योगेश ग्रेवाल और पायलट कैप्टन जितेंद्र हरजाई के लाइसेंस भी छह महीने के लिए निलंबित कर दिए थे।
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दीप्ति, रवि कांत रवि कांत