शिलांग, 17 जून (भाषा) इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या की जांच कर रहा मेघालय पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) यह पता लगाने के लिए मध्यप्रदेश पहुंचा है कि हत्या के पीछे कोई वित्तीय मकसद तो नहीं है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम समेत हत्या के सभी आरोपियों को यहां से लगभग 65 किलोमीटर दूर सोहरा ले गयी और भारी सुरक्षा के बीच इस अपराध का नाट्य रुपांतरण किया।
पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में राजा रघुवंशी की 23 मई को वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक पार्किंग स्थल में छुरा घोंपकर हत्या कर दी गई थी और उनके शव को एक निकटवर्ती घाटी में फेंक दिया गया था।
राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी अपने हनीमून पर थे, जब कथित तौर पर तीन हत्यारों – विशाल, आनंद और आकाश – ने उनकी हत्या कर दी थी, जिन्हें उनकी पत्नी के प्रेमी राज कुशवाह ने भेजा था। जिन लोगों को इस हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया है उनमें राज एक है।
जिला पुलिस अधीक्षक विवेक सायम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमारी टीम इंदौर में है और कुछ लोगों से पूछताछ कर रही है। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या राजा की मौत से किसी को फायदा हुआ है।’’
उन्होंने बताया कि टीम ने उस फ्लैट पर छापा मारा, जहां सोनम मेघालय से भागने के बाद रुकी थी, लेकिन वह फ्लैट खाली मिला।
पुलिस अधीक्षक ने बताया, ‘‘एसआईटी इंदौर में डेरा डाले रहेगी। वह पृष्ठभूमि की छानबीन करेगी और पता लगाएगी कि क्या प्रेम त्रिकोण के अलावा कोई और पहलू है, क्योंकि आरोपी पहले ही इस प्रेम त्रिकोण को स्वीकार कर चुके हैं।’’
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आई नोंग्रांग ने सोमवार को कहा था कि एसआईटी इस हत्याकांड की अन्य संभावित कोणों से जांच कर रही है।
सायम के अनुसार, एसआईटी ने दिन में सोहरा में कई एक पार्किंग स्थल से लेकर विभिन्न स्थानों का दौरा किया। इसी पार्किंग स्थल पर आरोपियों ने वेइसाडोंग जाने के क्रम में अपने किराए के दोपहिया वाहन को खड़ा किया था। वेइसाडोंग में राजा रघुवंशी की हत्या कर दी गई थी।
अपराध के नाट्य रुपांतरण के बाद हत्या का खौफनाक विवरण सामने आया। इस नाट्य रुपांतरण में एक पुलिसकर्मी ने रघुवंशी की भूमिका निभाई थी।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘तीन वार किए गए। पहला वार विशाल ने पीछे से किया, जबकि सोनम उसके सामने थी। यह एक बड़ा वार था, जिसमें आरोपी ने दोनों हाथों का इस्तेमाल किया। फिर आनंद ने दूसरा वार किया और आखिरी वार आकाश ने किया।’’
हमलावरों ने एसआईटी को यह भी बताया कि उन्होंने दो छुरे का इस्तेमाल किया था, जिनमें से एक बरामद कर लिया गया है।
पुलिस कर्मी दूसरे छुरे का पता लगाने के लिए ‘मेटल डिटेक्टर’ से घाटी के नीचे जंगल की तलाशी ले रहे हैं।
सायम ने कहा, ‘‘राजा को अचानक झटका लगा और वह वारों के कारण मर गया।’’
उन्होंने खबरों को खारिज कर दिया कि खाई में गिरने से उसकी मौत हुई।
हालांकि कुशवाह इस हत्या का षडयंत्रकर्ता है, लेकिन वह मेघालय नहीं आया।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘वह सोनम के परिवार द्वारा संचालित कंपनी का कर्मचारी है। उसके (इंदौर से) गायब होने से संदेह पैदा हो जाता।’’
उन्होंने कहा कि उन्होंने संयोग से अपराध के लिए सोहरा को चुना था।
हत्यारों और सोनम ने नोंग्रियाट में हत्या करना चाहा, जहां दम्पति एक होमस्टे में ठहरा था, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके, क्योंकि उन्हें शव को ठिकाने लगाने के लिए उपयुक्त स्थान नहीं मिल पाया था।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अपराध के नाट्य रुपांतरण पर सोनम ने अन्य अपराधियों की तरह खेद व्यक्त किया, लेकिन अभी यह पता करना है कि उसे पश्चाताप था या नहीं।
एसआईटी और सभी आरोपियों के पहुंचने से पहले सुबह नौ बजे से ही पूरे अपराध स्थल की घेराबंदी कर दी गई थी।
नवविवाहित जोड़ा – रघुवंशी और सोनम – 23 मई को सोहरा की पहाड़ियों में लापता हो गया तथा दो जून को रघुवंशी का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया था।
सोनम हत्या के बाद राज्य से चली गई थी और असम, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश से होते हुए इंदौर पहुंची थी।
पुलिस के अनुसार वह अपना मंगलसूत्र और एक अंगूठी सोहरा में एक होमस्टे में रखे अपने ट्रॉली बैग में छोड़ गई थी, जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ।
भाषा
राजकुमार पवनेश
पवनेश