नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) राष्ट्रपति संपदा (विभाग) के एक कर्मचारी को अपने सहकर्मी की मोबाइल बैंकिंग ऐप की जानकारी नहीं होने का फायदा उठाकर उसके बैंक खाते से 24.4 लाख रुपये निकाल लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
आरोपी प्रकाश सिंह (27) राष्ट्रपति संपदा के घरेलू अनुभाग में काम करता है तथा यहीं 59 वर्षीय पीड़ित सुरेन्द्र कुमार मुख्य घरेलू सहायक के रूप में कार्यरत है।
पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) देवेश महला ने कहा, ‘‘प्रकाश ने सुरेन्द्र के साथ अपनी निकटता का फायदा उठाया, जो उसी सेक्शन में काम करते थे। प्रकाश विभिन्न बहानों से अक्सर सुरेन्द्र के मोबाइल फोन का उपयोग करता था। डिजिटल ऐप से सुरेन्द्र की अपरिचितता का फायदा उठाते हुए, सिंह ने उनके फोन पर एक मोबाइल भुगतान ऐप लगा किया और चुपचाप उसे उनके बैंक खातों से जोड़ दिया।’’
पुलिस उपायुक्त का कहना है कि तीन महीनों में सिंह ने हर कुछ दिनों में प्रत्येक बार एक लाख रुपए अंतरित किए, जिससे कुल 24.40 लाख रुपए निकाल लिये।
उन्होंने बताया कि पकड़े न जाने के लिए वह सभी विनिमय से जुड़े संदेशों को हटा देता था और फोन वापस देने से पहले ऐप को हटा देता था।
पुलिस के मुताबिक अन्य आरोपी की पहचान संजय चक्रवर्ती के रूप में हुई है, जिसे धोखाधड़ी में सहायता पहुंचाने के आरोप में कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है। संजय चुराए गये पैसे को हासिल करने और उसका धनशोधन करने में सिंह की मदद करता था।
पुलिस उपायुक्त ने कहा, ‘‘यह घटना तब सामने आई जब सुरेन्द्र कुमार को नियमित रुप से बैंक जाने के दौरान पता चला कि उसके और उसकी पत्नी के बैंक खातों से अनधिकृत यूपीआई लेनदेन के माध्यम से 24.40 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं। न तो कुमार और न ही उनकी पत्नी ने कभी मोबाइल भुगतान ऐप का इस्तेमाल किया था।’’
पुलिस के अनुसार बीएनएस (धोखाधड़ी) की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। चक्रवर्ती को सबसे पहले कोलकाता में पकड़ा गया और उससे पूछताछ के बाद दिल्ली में सिंह की गिरफ्तारी हुई।
पुलिस उपायुक्त ने कहा,‘‘प्रकाश सिंह ठगी के पैसे से आलीशान जीवन जीता था। उसने दो स्मार्टफोन, एक मोटरसाइकिल और एक लैपटॉप खरीदा, मोबाइल गेमिंग पर 2.25 लाख रुपये खर्च किए और निजी कर्ज चुकाए। उसने चोरी के पैसों से छुट्टियां भी मनाईं और खरीददारी भी की।’’
भाषा
राजकुमार पवनेश
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