बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), 17 जून (भाषा) मत्स्यपालन विभाग ने हिमाचल प्रदेश के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने पर 16 जून से 15 अगस्त तक दो महीने का प्रतिबंध लगा दिया है। हिमाचल प्रदेश, बिलासपुर के मुख्य मत्स्यपालन विभाग के निदेशक, पवन कुमार ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
राज्य में करीब 13 हजार मछुआरे हैं, जिनकी आजीविका जलाशयों, नदियों, नालों और उनकी सहायक नदियों में मछली पकड़ने पर निर्भर करती है। इनमें से 6,300 से अधिक मछुआरे पांच जलाशयों, गोबिंद सागर, पोंग, चमेरा, कोलडैम और रंजीत सागर में मछली पकड़ते हैं, जिनका क्षेत्रफल करीब 43,785 हेक्टेयर है।
कुमार ने कहा कि यह सुनिश्चित करना हिमाचल प्रदेश मत्स्यपालन विभाग की जिम्मेदारी है कि इन सभी मछुआरा परिवारों को मछली मिलती रहे और लोगों को मछली के रूप में प्रोटीन युक्त पशु आहार मिलता रहे।
उन्होंने कहा कि मत्स्यपालन विभाग हर वर्ष दो माह के लिए सामान्य जल में मछली पकड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाता है, क्योंकि इस अवधि के दौरान मछलियों की अधिकांश महत्वपूर्ण प्रजातियां प्राकृतिक रूप से प्रजनन करती हैं, जिससे इन जल में स्वतः ही मछली के बीज एकत्रित हो जाते हैं।
भाषा राजेश राजेश रमण
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