(महत्वपूर्ण सुधार के साथ रिपीट)
बेंगलुरु, 17 जून (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के छोटे भाई एवं कांग्रेस नेता डी के सुरेश को एक स्थानीय महिला के खिलाफ धन शोधन की जांच से जुड़े कथित धोखाधड़ी मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
संघीय जांच एजेंसी ने स्थानीय महिला ऐश्वर्या गौड़ा (33) और कांग्रेस विधायक विनय कुलकर्णी के खिलाफ छापे मारने के बाद अप्रैल में महिला को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने तब एक बयान में कहा था कि महिला ने कई ‘‘हाई-प्रोफाइल’’ नेताओं के साथ निकटता का दावा किया और लोगों को सोने, नकदी तथा बैंक में जमा राशि पर उच्च रिटर्न का वादा कर उनसे धोखाधड़ी की।
ऐसा आरोप है कि उसने सुरेश के नाम का इस्तेमाल किया और अपने आप को उनकी बहन बताया।
बेंगलुरु के चंद्रा लेआउट और राजराजेश्वरी नगर पुलिस थानों में गौड़ा के खिलाफ धोखाधड़ी के कम से कम तीन मामले दर्ज हैं, जिन पर सोना और 10 करोड़ रुपये उधार लेने और उन्हें वापस नहीं करने का आरोप है।
शिवकुमार ने पुष्टि करते हुए कहा कि ईडी अधिकारियों ने उन्हें उस समय नोटिस दिया जब वह और उनके भाई घर पर नहीं थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने घर पर मौजूद लोगों को नोटिस प्राप्त करने का निर्देश दिया था।
उन्होंने कहा कि उनके भाई ने बेंगलुरु पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि कोई उनके नाम का ‘‘दुरुपयोग’’ कर रहा है।
समन के बारे में उप मुख्यमंत्री ने कहा, “मेरे भाई ईडी के साथ हर संभव सहयोग करेंगे। वह बयान देकर ईडी की मदद करेंगे। धोखाधड़ी के शिकार कुछ लोग मेरे पास आए थे और उन्होंने मुझे इस बारे में बताया।”
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उनसे शिकायत की थी कि एक महिला ने उनके साथ धोखाधड़ी की है, जिसने खुद को उनकी छोटी बहन बताया था।
शिवकुमार ने कहा, “मैंने पुलिस से इसकी जांच करने को कहा है। इसलिए हम ईडी के साथ हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार हैं।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह जांच के लिए उपस्थित होंगे, तो उन्होंने कहा, “हम देश के कानून और जांच का सम्मान करते हैं। हम ठगी करने वालों के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें समाज और प्रदेश की जनता को न्याय दिलाना है। यह हमारा कर्तव्य है, जिसे हम निभाएंगे।”
पूर्व सांसद सुरेश ने कहा कि ईडी ने उन्हें गौड़ा मामले के संबंध में जानकारी जुटाने और हर पहलू से मामले की जांच करने के लिए बुलाया था।
उन्होंने कहा कि ईडी चाहती थी कि वह 19 जून को उपस्थित हों।
सुरेश ने कहा, “लेकिन चूंकि मैंने पहले से कार्यक्रम तय कर रखे थे, इसलिए मैंने मौखिक रूप से ईडी अधिकारियों से कहा कि मैं सोमवार को उनके समक्ष उपस्थित होऊंगा। ईडी अधिकारियों ने मुझसे लिखित में देने को कहा। मैं उन्हें एक मेल लिखूंगा।”
सुरेश ने स्पष्ट किया कि गौड़ा के साथ उनका कोई वित्तीय लेन-देन नहीं है। पूर्व सांसद ने कहा, “चूंकि वह मेरे निर्वाचन क्षेत्र से थीं, इसलिए मैं उनसे दो मौकों पर मिला था।”
ऐसा माना जा रहा है कि ईडी ने जांच के तौर पर कुलकर्णी का बयान दर्ज किया है।
ईडी के छापों के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में कुलकर्णी ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार करते हुए कहा कि अगर उनके और गौड़ा के बीच कोई वित्तीय लेन-देन हुआ है तो उसका आसानी से पता लगाया जा सकता है।
कर्नाटक के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज कई प्राथमिकियों से गौड़ा और उनके पति हरीश केएन के अलावा अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन का मामला निकला है।
प्राथमिकी में ईडी ने आरोप लगाया कि गौड़ा, उसके पति और अन्य ने सोना, नकद और बैंक खातों के जरिए पैसा लेकर और इसके बदले में ‘‘उच्च दर’’ के रिटर्न का वादा करके कई लोगों से ‘‘धोखाधड़ी’’ करने की आपराधिक साजिश रची।
ईडी ने कहा था, ‘‘हालांकि, आरोपियों ने न तो पैसा दिया और न ही वादे के मुताबिक रिटर्न दिया। ऐश्वर्या ने विभिन्न हाई-प्रोफाइल नेताओं से अपनी निकटता का दावा करते हुए मामले को तूल देने पर निवेशकों को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी।’’
जांच एजेंसी ने बताया कि छापों के दौरान धन शोधन गतिविधियों से संबंधित ‘‘अपराधजन्य’’ दस्तावेज, डिजीटल उपकरण और 2.25 करोड़ रुपये की नकदी भी बरामद की गयी।
विधायक कुलकर्णी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने इसे ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ बताया था।
भाषा प्रशांत माधव
माधव रंजन
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