मुंबई, 18 जून (भाषा) मुंबई में साइबर जालसाजों ने खुद को दिल्ली आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) और जम्मू-कश्मीर पुलिस का कर्मी बताकर एक बुजुर्ग महिला से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप लगाकर 22 लाख रुपये ऐंठ लिए। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने दावा किया कि शहर में जासूसी के नाम पर लोगों को ठगने का यह पहला मामला है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण मुंबई के गिरगांव में रहने वाली 64 वर्षीय महिला ने पिछले सप्ताह दक्षिण क्षेत्र साइबर थाने में संपर्क किया।
महिला की शिकायत के अनुसार, उसे इस महीने की शुरुआत में अज्ञात नंबरों से तीन फोन आए।
अधिकारी ने बताया कि फोन करने वाले शख्स ने खुद को दिल्ली एटीएस अधिकारी प्रेम कुमार गुप्ता और ‘जम्मू-कश्मीर सीमा थाने’ में तैनात बताया।
उन्होंने बताया कि जालसाज ने महिला से कहा कि पाकिस्तान के साथ संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद जालसाज ने महिला को धमकी दी कि उसे जासूसी के लिए 10 वर्ष की कैद और 50 लाख रुपये का जुर्माना भरना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि जालसाज ने महिला को अपने दावों पर यकीन दिलाने के लिए उसके फोन पर अपने आईडी कार्ड की तस्वीर भी साझा की।
अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी और अन्य कानूनी जटिलताओं के डर से महिला ने पांच से 10 जून के बीच जालसाज द्वारा मुहैया कराए गए विभिन्न बैंक खातों में 22.4 लाख रुपये जमा कर दिए।
उन्होंने बताया कि पैसे चुकाने के बाद महिला को फोन आना बंद हो गया और बाद में उसे एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है।
अधिकारी ने बताया कि महिला ने 13 जून को दक्षिण क्षेत्र साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया।
भाषा जितेंद्र अविनाश
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