लीड्स, 18 जून (भाषा) विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास के बाद आए खालीपन के बावजूद इंग्लैंड के शीर्ष बल्लेबाज जो रूट का मानना है कि दौरे पर आई भारतीय टीम ने आगामी टेस्ट श्रृंखला के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
रूट की यह राय हालांकि उनके कुछ हमवतन खिलाड़ियों के विचारों से अलग है।
दोनों टीम शुक्रवार से हेडिंग्ले में शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला में हिस्सा लेंगी।
पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने वाले रोहित और कोहली की अनुपस्थिति में शुभमन गिल भारतीय टीम की कमान संभालेंगे जिसमें युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण है।
चौंतीस वर्षीय रूट ने बुधवार को ‘स्काई स्पोर्ट्स’ के कमेंटेटर और टीम के अपने पूर्व साथी स्टुअर्ट ब्रॉड से कहा, ‘‘आप केवल उत्साहित हो सकते हैं। ये वे श्रृंखलाएं हैं जिनके लिए आप खेलते हैं। हमारे सामने जो अवसर हैं वे शानदार हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि एशेज आ रही है और आपसे इसके बारे में पूछा जाएगा। लोग भारत श्रृंखला में होने वाली घटनाओं को इससे जोड़कर देखेंगे लेकिन आपको एक शानदार टीम के खिलाफ काम करना होगा।’’
रूट ने कहा, ‘‘आप सभी प्रारूपों में एक टीम के रूप में भारत की प्रगति को देखें और उन्होंने सभी विभागों में काम किया है- शानदार तेज गेंदबाजी आक्रमण, प्रतिभाशाली बल्लेबाज और एक बहुत ही मजबूत स्पिन आक्रमण।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे दुनिया में कहीं भी प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं लेकिन घरेलू मैदान पर हमारा रिकॉर्ड शानदार है जो इस श्रृंखला को प्रतिस्पर्धी बनाता है। हम इस श्रृंखला में आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे लेकिन साथ ही उनके लिए बहुत सम्मान के साथ भी उतरेंगे।’’
पारंपरिक प्रारूप में 13000 से अधिक रन बनाकर रूट ने पहले ही खेल के महान खिलाड़ियों में अपनी जगह पक्की कर ली है और वह भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी मुकाबलों में अपने इस आंकड़े को और बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
अपने मौजूदा 13,006 रन में से यॉर्कशायर के इस खिलाड़ी ने बेन स्टोक्स द्वारा कप्तान के रूप में उनकी जगह लेने के बाद तीन वर्ष में 3,117 रन बनाए हैं।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ज्योफ्री बॉयकॉट ने मेजबान देश के खिलाड़ियों से अपनी बल्लेबाजी की बैजबॉल (हमेशा आक्रामक होकर खेलने की शैली) शैली पर लगाम लगाने और सामान्य ज्ञान का इस्तेमाल करने का आग्रह किया है लेकिन रूट ने कहा कि इसे बैजबॉल कहना सही होगा।
रूट ने कहा, ‘‘यह हमेशा नहीं बताया जा सकता है कि यह वास्तव में कैसा है – मुझे नहीं लगता कि इसे बैजबॉल कहना सही होगा। यह स्पष्ट रूप से एक बड़ा बदलाव है और यह बहुत सी टीमों के खेलने के तरीके से अलग है लेकिन इसे जितना माना जाता है, उससे कहीं अधिक इसका एक तरीका है।’’
भाषा सुधीर नमिता
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