जयपुर, 18 जून (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार महिला, किसान, युवा तथा मजदूर के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में जल की पर्याप्त आपूर्ति हमारी प्राथमिकता है।
शर्मा बुधवार को राजसमंद में वंदे गंगा जल संरक्षण-जल अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के अनुसार देश में महिला, किसान, युवा तथा मजदूर चार जातियां हैं। हमारी सरकार इन चारों जातियों के उत्थान के लिए काम कर रही है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को हम पांच साल में चार लाख सरकारी नौकरी देंगे और इसी तरह ‘राइजिंग राजस्थान समिट’ के तहत किए गए करार से भी युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि, गोपालक क्रेडिट कार्ड जैसी विभिन्न योजनाओं से किसानों को राहत दी जा रही है और केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा गरीबों के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार पांच हजार गांवों को गरीबी मुक्त करेगी, इसके तहत गांवों में निवास कर रहे लोगों को आत्मनिर्भर बनाते हुए रोजगारपरक बनाया जाएगा।’’
आधिकारिक बयान के अनुसार शर्मा ने कहा कि प्रदेश में जल की आवश्यकता को समझते हुए हमारी सरकार ने दशकों से लंबित रामजल सेतु लिंक परियोजना और यमुना जल समझौते जैसे ऐतिहासिक काम किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम पानी के क्षेत्र में राजस्थान को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं।’’
शर्मा ने कहा कि जल संरक्षण के माध्यम से ही ‘हरियालो राजस्थान’ की परिकल्पना को साकार किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान आमजन की सक्रिय भागीदारी से जन आंदोलन का रूप ले चुका है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से इस अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हुए मानसून में पानी की हर बूंद को सहजने तथा अधिक से अधिक पौधरोपण करने की भी अपील की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने महिला निधि के माध्यम से 240 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 2.51 करोड़ रुपये तथा 297 स्वयं सहायता समूह को विभिन्न बैंकों के माध्यम से 11 करोड़ रुपये के ‘क्रेडिट लिंकेज’ के चेक भी सौंपे।
भाषा पृथ्वी खारी
खारी