नयी दिल्ली, 18 जून (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वन भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में हाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए महाराष्ट्र के एक कारोबारी और कुछ अन्य के खिलाफ छापेमारी के बाद 44 करोड़ रुपये मूल्य की बैंक जमा और म्यूचुअल फंड ‘फ्रीज’ कर दिया तथा 16.5 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं।
संघीय जांच एजेंसी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि मुख्य आरोपी जे.एम म्हात्रे और सैय्यद मोहम्मद अब्दुल हामिद कादरी के खिलाफ दर्ज मामले में मुंबई और नवी मुंबई स्थित कई ठिकानों पर मंगलवार को छापेमारी की।
खबरों के अनुसार, म्हात्रे दशकों से पीजेंट एंड वर्कर्स पार्टी के नेता रहे हैं और हाल में वह भाजपा में शामिल हुए हैं। वह पनवेल नगर परिषद के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
ईडी ने कहा कि म्हात्रे एक व्यवसायी तथा जे एम म्हात्रे इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी में निदेशक भी हैं।
धन शोधन का यह मामला सितंबर 2024 में पनवेल में म्हात्रे और कादरी के खिलाफ पुलिस में दर्ज प्राथमिकी पर अधारित है।
ईडी ने कहा कि यह मामला वन भूमि के ‘अवैध’ अधिग्रहण और उसके बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को अवैध हस्तांतरण तथा आरोपियों द्वारा भूमि मुआवजे का ‘गलत’ दावा करने से संबंधित है।
एजेंसी ने कहा कि तलाशी अभियान में करीब 44 करोड़ रुपये की बैंक जमा, सावधि जमा और म्यूचुअल फंड को ‘फ्रीज’ किया गया और 16.5 लाख रुपये नकद जब्त किये गये तथा ‘‘अपराध में संलिप्तता’का संकेत करने वाले दस्तावेज भी जब्त किए गए। हालांकि, इसने यह नहीं बताया कि फ्रीज की गई सावधि जमा और नकदी किसकी है।
भाषा नोमान धीरज
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