नयी दिल्ली, 18 जून (भाषा) नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नारेडको) की महिला इकाई ‘नारेडको माही’ की अध्यक्ष स्मिता पाटिल ने बुधवार को कहा कि देश में रियल एस्टेट क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी 11 से 12 प्रतिशत है, जिसे बढ़ाने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं।
उन्होंने यहां 27 जून को होने वाले चौथे नारेडको माही सम्मेलन के बारे में जानकारी देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत का रियल एस्टेट क्षेत्र वर्तमान में 265 अरब डॉलर से अधिक का है, जो इस दशक के अंत तक 1,000 अरब डॉलर तक होने का अनुमान है। यह राष्ट्रीय जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में लगभग 13 प्रतिशत का योगदान देगा। इसके बावजूद, इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी अभी भी केवल 11 से 12 प्रतिशत के आसपास है।’’
स्मिता ने कहा, ‘‘हालांकि, इसमें बदलाव आ रहा है। परियोजना नियोजन, डिजाइन, अनुपालन, निर्माण, पर्यवेक्षण और निवेश प्रबंधन जैसे हर स्तर पर अब महिलाएं अधिक सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।”
उन्होंने कहा कि नारेडको सक्रिय रूप से महिलाओं को क्षेत्र से जोड़ने के लिए विभिन्न पक्षों के साथ काम कर रहा है और उनके कौशल प्रशिक्षण, निर्माण स्थलों पर स्वच्छता और सुरक्षा जैसे उपायों पर काम किया जा रहा है।
नारेडको माही की अध्यक्ष ने कहा कि संगठन अब मझोले और छोटे शहरों में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए काम कर रहा है, जहां महिलाएं अब विपणन, विधि, परियोजना वित्त जैसे पहले कठिन माने जाने वाले क्षेत्रों में भी काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी चौथा नारेडको माही सम्मेलन रियल एस्टेट क्षेत्र में लाए जा रहे बदलावों की सशक्त कहानियों और उनके वास्तविक अनुभवों को मंच देगा।
इस मौके पर नारेडको माही की चेयरपर्सन डॉ. अनंता सिंह रघुवंशी ने कहा कि कौशल विकास, वित्तीय साक्षरता, डिजिटल रूपांतरण और सतत विकास जैसे क्षेत्रों में नारेडको माही की पहल महिलाओं की रियल एस्टेट यात्रा में उनकी उपस्थिति को हर स्तर पर सशक्त बना रही है।
भाषा रमण अनुराग अजय
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