मुंबई, 18 जून (भाषा) एअर इंडिया ने बुधवार को घोषणा की कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े विमानों के परिचालन में 15 प्रतिशत की कटौती करने वाली है। यह कटौती मौजूदा समय से जुलाई के मध्य तक लागू रहेगी।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन ने एक बयान में यह भी कहा कि वह अतिरिक्त एहतियात के तौर पर बड़े बोइंग 777 विमानों की सुरक्षा जांच बढ़ाएगी।
एअर इंडिया ने हाल में परिचालन संबंधी व्यवधानों का सामना किया है, पिछले छह दिनों में इसकी कम से कम 83 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
एयरलाइन के अनुसार, कटौती ‘‘अभी और 20 जून’’ से लागू की जाएगी और उसके बाद ‘‘कम से कम जुलाई के मध्य तक’’ जारी रहेगी।
अहमदाबाद से गैटविक जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान 12 जून को उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार 241 लोगों समेत कुल 270 व्यक्ति मारे गए थे। विमान में सावार एक व्यक्ति बच गया था।
देर शाम जारी बयान में एअर इंडिया ने कहा कि पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव, यूरोप और पूर्वी एशिया के कई देशों के हवाई क्षेत्रों में रात्रि कर्फ्यू के कारण व्यवधान उत्पन्न हुए हैं तथा सुरक्षा जांच में वृद्धि की जा रही है।
बयान में कहा गया है कि इंजीनियरिंग स्टाफ और एअर इंडिया के पायलटों द्वारा आवश्यक सावधानी बरती जा रही है।
बयान के अनुसार, ‘‘एअर इंडिया के समक्ष उत्पन्न जटिल परिस्थितियों को देखते हुए हमारे परिचालन की स्थिरता, बेहतर दक्षता सुनिश्चित करने तथा यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम करने के लिए एअर इंडिया ने अगले कुछ सप्ताह के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े विमानों की उड़ान सेवाओं में 15 प्रतिशत की कटौती करने का निर्णय लिया है।’’
प्रभावित होने वाली उड़ानों की संख्या के बारे में विस्तृत जानकारी तत्काल पता नहीं चल सकी है।
एअर इंडिया तीन बड़े विमान – बोइंग 787-8/9, बोइंग 777 और ए350 का परिचालन करती है।
भाषा
सुरभि रंजन
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