नयी दिल्ली, 19 जून (भाषा) कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर को दोपहर के भोज पर बुलाया जाना और तारीफ किया जाना भारतीय कूटनीति के लिए बड़ा झटका है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘फील्ड मार्शल आसिम मुनीर न तो किसी देश का राष्ट्राध्यक्ष है, न ही किसी सरकार का प्रमुख। वह पाकिस्तान का सेना प्रमुख है। इसके बावजूद उसे राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में लंच पर आमंत्रित किया और उसकी जमकर तारीफ की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आसिम मुनीर वही व्यक्ति है, जिसके भड़काऊ और आपत्तिजनक बयानों की पृष्ठभूमि में 22 अप्रैल को पहलगाम में बर्बर आतंकी हमला हुआ और इसे उसी सैन्य तंत्र ने अंजाम दिया, जिसका प्रमुख वह स्वयं है।’’
रमेश ने कहा कि यह भारतीय कूटनीति (झप्पी कूटनीति के लिए भी) के लिए एक बड़ा झटका है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस में पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की मेजबानी की।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की ट्रंप से यह मुलाकात भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले सैन्य संघर्ष के कुछ सप्ताह बाद हुई है।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के दो ‘‘बहुत समझदार’’ नेताओं ने एक ऐसा युद्ध जारी न रखने का ‘‘निर्णय’’ लिया जो परमाणु युद्ध में बदल सकता था।
पिछले कुछ हफ्तों में यह पहली बार है जब ट्रंप ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच संघर्ष रोकने के लिए खुद श्रेय नहीं लिया है।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे का सार्वजनिक रूप से खंडन करना चाहिए।
उन्होंने एक बयान में दावा किया, ‘‘ट्रंप ने मोदी जी के प्रचार तंत्र की हवा निकाल दी है। विदेश सचिव के माध्यम से एक टेलीफोनिक वार्ता के विषय में हमें जो भी बताया गया, उन दावों को ट्रंप ने एक तरह से झुठला दिया।’’
खेड़ा ने सवालिया अदांज में कहा कि क्या हमारे प्रधानमंत्री की बात में अब इतना ही वजन रह गया है कि उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति को अपनी बात समझाने में आधा घंटा लगा?
उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान को एक तराजू में रखा गया, लेकिन सरकार चुप है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का अपमान विपक्ष को तो बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है।’’
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