बेंगलुरु, 19 जून (भाषा) विन्सेंट विलेम वान गॉग की कृति ‘व्हीटफील्ड विद क्रोज’ के सामने खड़े होने के बाद उस ‘अकेलेपन’ में खो जाना और डूब जाना एक अलग ही अनुभव है जिसे कलाकार ने अपनी कूची से उकेरा है।
बेंगलुरु में 30 मिनट के ‘द रियल वैन गॉग इमर्सिव एक्सपीरियंस’ शो की बदौलत शहरवासियों को इसी तरह की रचनाओं को देखते हुए डच कलाकार को बेहतर तरीके से जानने का मौका मिलेगा। यह शो 29 जून से यहां भारतीय मॉल में शुरू होगा।
शो के को-क्यूरेटर और निर्माता निखिल चिनप्पा के अनुसार वैन गॉग की मूल कलाकृतियों को देखने के बाद ‘दिमाग को झंकृत कर देने वाले’ अनुभव को और कुछ भी कमतर नहीं कर सकता।
उन्होंने हैदराबाद में अप्रैल में आयोजित ऐसे शो से पहले ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि वैन गॉग लोकप्रिय हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि लोग उन्हें जानते हैं। इसके लिए, किसी को यह समझने की जरूरत है कि उस व्यक्ति को क्या चीजें प्रेरित करती थीं और उसने किस तरह से पेंटिंग की, क्यों की ? ये वे चीजें हैं जो हम अपने शो में पेश करते हैं, और मुझे उम्मीद है कि लोग उनके काम की तलाश में संग्रहालयों और दीर्घाओं में जाना चाहेंगे।’’
शो की क्यूरेटर मुंबई में जन्मी हेमाली वडालिया हैं जो कलाकार और एनिमेटर हैं। वह न्यूयॉर्क में रहती हैं। उन्होंने बताया कि किस तरह गॉग की रचनाओं को देखना एक तल्लीन हो जाने वाला अनुभव होता है।
भाषा वैभव मनीषा
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