नयी दिल्ली, 19 जून (भाषा) अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता लिमिटेड ने पिछले 10 वर्ष में सरकारी खजाने में 4.5 लाख करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
अपनी वार्षिक कर पारदर्शिता रिपोर्ट (टीटीआर) में, कंपनी ने पारदर्शी एवं जिम्मेदार कर व्यवहार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
कंपनी ने कहा कि उसने ‘‘ पिछले एक दशक (वित्त वर्ष 2015-16 से वित्त वर्ष 2024-25) में अपने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय परिचालन से सरकारी खजाने में 4,48,830 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।’’
वित्त वर्ष 2024-25 में ही कंपनी ने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर, रॉयल्टी, लाभांश और अन्य सांविधिक भुगतान के माध्यम से 55,349 करोड़ रुपये (एकीकृत राजस्व का 37 प्रतिशत) का योगदान दिया। इसमें से 54,595 करोड़ रुपये सरकारी खजाने में जमा किए गए।
भारत में, वेदांता का परिचालन 15 राज्यों में है। इनमें से राजस्थान परिचालन ने वित्त वर्ष 2024-25 में राजकोष में 25,436 करोड़ रुपये और ओडिशा ने 9,176 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
वेदांता लिमिटेड, वेदांता रिसोर्सेज की एक अनुषंगी कंपनी है जो दुनिया की अग्रणी प्राकृतिक संसाधन, महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा एवं प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक है। इसकी मौजूदगी भारत के अलावा दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, लाइबेरिया, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई आदि देशों में है।
भाषा निहारिका अजय
अजय