( प्रादे62 आमुख और चौथे पैरा में सुधार के साथ रिपीट )
(तस्वीर के साथ)
रांची/जमशेदपुर, 19 जून (भाषा) झारखंड के खूंटी जिले में भारी बारिश के कारण निर्माणाधीन कुएं के ढह जाने से उसकी मिट्टी के नीचे 22 घंटे तक दबे रहने के बाद दो स्कूली छात्रों के शव बृहस्पतिवार को बरामद कर लिए गए हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि रांची जिले में मिट्टी का एक मकान ढह जाने के कारण 10 वर्षीय लड़की की भी मौत हो गयी।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश का कहर जारी है। अलग-अलग जिलों में एक पुल और एक खाली आवासीय इमारत भी ढह गयी जबकि कई नदियां उफान पर हैं। इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
मुरहू थाना क्षेत्र के तहत मुरहू पंचायत में नौ और 10 वर्षीय दो स्कूली छात्र एक निर्माणाधीन कुएं के पास थे तभी बुधवार दोपहर करीब दो बजे वह भारी बारिश की वजह से ढह गया।
खूंटी की उपायुक्त आर रॉनिटा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक दल को बचाव अभियान में तैनात किया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि बचाव अभियान बुधवार रात से ही जारी था और दोनों लड़कों के शव बृहस्पतिवार दोपहर को करीब साढ़े 12 बजे बरामद कर लिए गए।
रांची में तमाड़ पुलिस थाना क्षेत्र के तहत मुरपा गांव में भारी बारिश के कारण मिट्टी से बना एक मकान ढहने से 10 वर्षीय एक लड़की की भी मौत हो गयी।
पुलिस ने बताया कि घटना के वक्त लड़की घर पर अकेली थी।
भारी बारिश के कारण खूंटी के तोरपा में बनाई नदी पर पुल का एक हिस्सा भी ढह गया है जिससे खूंटी-सिमडेगा सड़क मार्ग बाधित हो गया है।
रॉनिटा ने बताया कि वहां मार्ग परिवर्तित किया गया है और एनडीआरएफ का दल भी भेजा गया है।
रांची, सरायकेला-खरसावां और पूर्व सिंहभूम समेत कई जिलों में भारी बारिश से सामान्य जनजीवन बाधित हो गया है।
भारी बारिश के मद्देनजर बृहस्पतिवार को रांची और खूंटी समेत कई जिलों में स्कूल बंद हैं।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रांची में पिछले दो दिन से मूसलाधार बारिश हो रही है और बृहस्पतिवार सुबह से तेज बारिश हो रही है।
सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया में टाटा स्टील की सहायक कंपनी टायो रोल्स की एक खाली रिहायशी इमारत बृहस्पतिवार सुबह ढह गयी।
टाटा स्टील ने एक बयान में बताया कि इमारत को पहले ही खाली कर दिया गया था, वहां पर अवरोधक लगाए गए थे और उसे रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया जा चुका था।
जमशेदपुर में पिछले दो दिन से मूसलाधार बारिश के कारण खरकई और स्वर्णरेखा के उफान पर होने के मद्देनजर एक अलर्ट जारी किया गया है।
एक आधिकारिक बयान में बृहस्पतिवार को बताया गया कि दोनों नदियों का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।
पूर्व सिंहभूम जिले के प्रशासन ने दोनों नदियों के डूब वाले इलाकों में रह रहे लोगों से सतर्क रहने को कहा है।
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तरपूर्व झारखंड पर निम्न दाब का क्षेत्र बनने के कारण रांची, लोहरदगा, गुमला, खूंटी और सिमडेगा के लिए अत्यधिक भारी बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) देश में मौसम संबंधी अलर्ट जारी करने के लिए चार रंगों का उपयोग करता है। ये रंग और इनके संदेश…. ग्रीन (किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं), येलो (नजर रखें और निगरानी करते रहें), ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कार्रवाई/सहायता की जरूरत) हैं।
भाषा गोला मनीषा
मनीषा
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