छत्रपति संभाजीनगर, 19 जून (भाषा) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) विधायक अंबादास दानवे ने शिवसेना के स्थापना दिवस के अवसर पर बृहस्पतिवार को एक खुले पत्र में दावा किया कि महाराष्ट्र की राजनीति ‘‘गंदी’’ हो गई है और वफादारी खरीदने के लिए ‘‘लालच के बाजार’’ सज गए हैं।
क्रिकेट विश्व कप-1983 में भारत-जिम्बाब्वे के मुकाबले के दौरान कपिल देव की 175 रन की शानदार पारी का हवाला देते हुए दानवे ने कहा कि उन्हें शिवसेना के हर कार्यकर्ता में एक कपिल देव दिखाई देता है।
दानवे ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि शिवसेना गुट (एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला धड़ा) पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत का दावा नहीं कर सकता।
राज्य विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित पत्र को ‘एक्स’ पर पोस्ट भी किया। इस पत्र में उन्होंने कहा है कि आज के दौर में, बाल ठाकरे के ‘‘80 प्रतिशत सामाजिक कार्य और 20 प्रतिशत राजनीति’’ के मंत्र का पालन करने की जरूरत है।
दानवे ने शिंदे के नेतृत्व वाले गुट का अप्रत्यक्ष संदर्भ देते हुए कहा कि आज केवल शिवसेना के वास्तविक कार्यकर्ताओं को ही यह मंत्र याद है, ‘‘हमें छोड़कर चले गए लोगों’’ सहित अन्य यह मंत्र भूल चुके हैं।
शिंदे की अगुवाई में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह के बाद जून 2022 में शिवसेना दो धड़ों में बंट गई। इसके कारण ठाकरे के नेतृत्व वाली तत्कालीन महा विकास आघाडी सरकार भी गिर गई थी।
दावने ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र की राजनीति अब गंदी हो गई। वफादारी खरीदने के लिए लालच के बाजार सज चुके हैं। ऐसे में स्थिर रहने के लिए 80 प्रतिशत सामाजिक कार्यों और 20 प्रतिशत राजनीति के मंत्र को अपनाते हुए चलने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा कि हम यह विश्वास के साथ कह सकते हैं कि प्रतिद्वंद्वी गुट हमारे संगठन के जनक बाल ठाकरे की विरासत पर दावा नहीं कर सकता।
विधान परिषद सदस्य ने कहा, ‘‘हमारे आसपास हजारों चुनौतियां ही हमें लड़ने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।’’
उन्होंने कहा कि 1966 में स्थापित शिवसेना 1995 में सत्ता में आई।
उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘अब हमें सत्ता में वापस आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। हम जनता के मुद्दे उठाएंगे और उनके लिए लड़ेंगे।’’
दानवे ने याद किया कि 18 जून 1983 को (शिवसेना की वर्षगांठ से एक दिन पहले) भारत-जिम्बाब्वे क्रिकेट विश्व कप मुकाबले के दौरान कपिल देव ने भारतीय टीम को वह शानदार जीत दिलाई थी जो किसी ने सोची भी नहीं थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे शिवसेना के हर कार्यकर्ता में एक कपिल देव नजर आता है। हमारा साहस ही हमारी ताकत है और इसमें कमी नहीं आनी चाहिए। ठाकरे पिता-पुत्र (उद्धव और उनके बेटे आदित्य) मजबूती से खड़े हैं और हमें उनके साथ खड़ा होना चाहिए।’’
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खारी मनीषा
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