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Thursday, June 19, 2025

“शालिनी मलिक को मिला आर्चर-अमीश अवार्ड, ‘द वे होम’ ने जीता पहला सम्मान”

Fast News"शालिनी मलिक को मिला आर्चर-अमीश अवार्ड, 'द वे होम' ने जीता पहला सम्मान"

लंदन, 19 जून (भाषा) ब्रिटेन की संस्कृति मंत्री लिसा नंदी ने चिकित्सक और लेखिका शालिनी मलिक को उनके उपन्यास ‘द वे होम’ के लिए बेस्टसेलर लेखकों लॉर्ड जेफरी आर्चर और अमीश त्रिपाठी के नाम पर शुरू किया गया 25,000 अमेरिकी डॉलर का पहला ‘आईजीएफ आर्चर-अमीश अवार्ड फॉर स्टोरीटेलर्स’ प्रदान किया।

मलिक के उपन्यास में तीन युवाओं की कहानी है जो गोवा में शरण लेते हैं और अपने निजी दुखों से जूझ रहे हैं। इस उपन्यास को दुख, पहचान और उपचार की मार्मिक और प्रासंगिक खोज के लिए उत्कृष्ट कृति के रूप में चुना गया।

बुधवार को लंदन में इंडिया ग्लोबल फोरम (आईजीएफ) यूके-इंडिया वीक में पुरस्कार प्रदान करते हुए नंदी ने पुरस्कार के व्यापक सांस्कृतिक महत्व तथा भारत एवं ब्रिटेन के बीच साझा संबंधों पर जोर दिया।

संस्कृति, मीडिया और खेल मामलों की भारतीय मूल की ब्रिटिश मंत्री नंदी ने कहा, ‘लोगों के बीच संपर्क हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।’

उन्होंने कहा, ‘वैश्विक स्तर पर हम खुद को विभाजित करने के कई तरीके खोज रहे हैं। दुनिया खंडित हो रही है और ध्रुवीकृत हो रही है और ऐसी सरकारों की सख्त जरूरत है जो इन बाधाओं को पार करने में अग्रणी भूमिका निभाएं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने यही करने का संकल्प लिया है।’

मलिक ने कहा, ‘एक लेखिका के तौर पर मैं बिल्कुल अवाक हूं।’

मलिक एक चिकित्सक हैं और अपनी व्यस्त दिनचर्या के बीच भी लिखने के लिए समय निकाल लेती हैं।

उन्होंने कहा, ‘मैं रोमांचित, अभिभूत और बेहद विनम्र हूं। यह पुरस्कार मुझे कुछ समय निकालकर उसे अपनी अगली पुस्तक लिखने में लगाने का अवसर देगा। इससे मुझे लेखन को महज एक शौक से आगे ले जाने में मदद मिलेगी, जिसके लिए मुझे सुबह एक घंटा निकालना पड़ता है और मैं इसे उतना समय दे सकती हूं जितना मैं चाहती हूं।’

पिछले साल आईजीएफ शिखर सम्मेलन में शुरू किए गए ‘आर्चर अमीश-अवार्ड फॉर स्टोरीटेलर्स’ को समकालीन भारतीय कथा साहित्य के उत्सव के रूप में देखा जाता है जो आधुनिक भारत की जटिलता, विविधता और गतिशीलता को दर्शाता है।

रियल इस्टेट डवलपर ‘द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा’ के साथ साझेदारी में प्रस्तुत किया जाने वाला यह पुरस्कार वैश्विक आख्यानों को आकार देने और द्विपक्षीय साझेदारी को आगे बढ़ाने में संस्कृति की भूमिका को उजागर करने का प्रयास करता है।

मलिक के उपन्यास को अंतिम चयनित तीन कृतियों में से चुना गया, जिनमें लेखक नित्या नीलकंठन की ‘नवपशानम – द क्वेस्ट फॉर द नाइन मैजिकल पॉइजन्स’ और योगेश पांडे की ‘द किल स्विच’ शामिल थीं।

भाषा

शुभम वैभव

वैभव

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