अहमदाबाद, 19 जून (भाषा) अहमदाबाद में एअर इंडिया के विमान हादसे के एक सप्ताह बाद भी उसके पिछले हिस्से सहित मलबा अब भी घटनास्थल पर बिखरा पड़ा है क्योंकि जांचकर्ता पूरी घटना की जांच कर रहे हैं और हादसे की वजह का पता लगाने के लिए सुरगों की तलाश में हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इस हादसे में विमान में सवार 241 लोगों सहित कुल 270 लोगों की मौत हुई है।
अहमदाबाद से चालक दल सहित 242 लोगों को लेकर लंदन के गैटविक जा रहा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान 12 जून को दोपहर 1.39 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद मेघाणी नगर में चिकित्सा महाविद्यालय के छात्रावास के ऊपर गिर गया था। हादसे के बाद विमान के साथ-साथ छात्रावास की इमारतों में आग लग गई और यात्रियों, चालक दल के सदस्यों और जमीन पर मौजूद लोगों सहित 270 लोगों की जान चली गई।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय का एक प्रभाग, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) इस जांच का नेतृत्व कर रहा है और इसके सदस्य हाल के समय में हुई सबसे भीषण हवाई दुर्घटनाओं में से एक की जांच के तहत घटनास्थल का दौरा कर रहे हैं।
अहमदाबाद के अतिरिक्त मुख्य अग्निशमन अधिकारी जयेश खड़िया ने बताया कि गुजरात सरकार ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया कि जांच में उसकी कोई भूमिका नहीं है, लेकिन स्थानीय अग्निशमन कर्मी दुर्घटना स्थल पर चल रही जांच में फोरेंसिक और विमानन विशेषज्ञों की मदद कर रहे हैं।
खड़िया ने बताया कि विमान का पिछला हिस्सा दुर्घटना के बाद चिकित्सा महाविद्यालय छात्रावास परिसर में कैंटीन की क्षतिग्रस्त इमारत के ऊपर फंस गया और दुर्घटना के दो दिन बाद 14 जून को क्रेन की मदद से इसे उतारा गया।
उन्होंने बताया, ‘‘पिछले हिस्से सहित मलबा अब भी घटनास्थल पर पड़ा हुआ है। मलबे को किसी अन्य स्थान पर ले जाने का कोई आदेश नहीं हैं।’’
मेघाणी नगर पुलिस थाने के निरीक्षक डीबी बसिया ने कहा कि एएआईबी विमान के मलबे को लेकर फैसला करेगी। बसिया के थानाक्षेत्र के अंतर्गत यह दुर्घटनास्थल आता है।
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस की भूमिका घटनास्थल की सुरक्षा तक सीमित है। विमान का मलबा अब भी वहीं पड़ा है। एएआईबी तय करेगी कि इसके साथ क्या करना है। यह संभव है कि भविष्य में एएआईबी मलबे को जांच के लिए किसी अन्य स्थान पर ले जाए।’’
एएआईबी द्वारा दुर्घटनाग्रस्त विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) पाए जाने के कुछ दिनों बाद, जांचकर्ताओं ने 16 जून को पुष्टि की कि मलबे से कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर भी बरामद किया गया है। यह एक अहम खोज है जिससे इस भयावह दुर्घटना के कारण का पता लगाने में मदद मिलने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव पी. के. मिश्रा को जानकारी दी कि ब्लैक बॉक्स मिल गया है, जिन्होंने रविवार को घटनास्थल का दौरा किया।
भाषा धीरज नरेश
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